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लता मंगेशकर-आशा भोसले पर बुरी तरह भड़के मोहम्मद रफी के बेटे, बताया जलनखोर और झूठा
लता मंगेशकर पर भड़के मोहम्मद रफी के बेटे शाहिद रफी

लता मंगेशकर-आशा भोसले पर बुरी तरह भड़के मोहम्मद रफी के बेटे, बताया जलनखोर और झूठा

Sep 04, 2025
07:20 pm

क्या है खबर?

जब भी संगीत जगत के दिग्गजों की बात होती है तो मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर और आशा भोसले का जिक्र जरूर होता है। ये उन महान कलाकारों में शुमार हैं, जिन्होंने भारतीय संगीत इंडस्ट्री की दिशा और दशा दोनों बदलकर रख दी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आशा और रफी एक-दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाते थे। लता और रफी के बीच भी खूब मतभेद हुए थे। ये हैरतअंगेज खुलासे मोहम्मद रफी के बेटे शाहिद रफी ने किए हैं।

आरोप

लता और आशा ने बर्बाद किया रफी का करियर

शाहिद ने एक इंटरव्यू में कहा कि आशा भोसले और लता मंगेशकर...ये दोनों बहनें उनके पिता से चिढ़ती थीं, जलन होती थी और इसलिए उनका करियर बर्बाद कर दिया। शाहिद ने ये भी खुलासा किया कि जब उनके पिता का नाम सबसे ज्यादा गाने गाने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जाना था तो भी लता ने टांग अड़ाई। शाहिद ने आशा और लता पर उनके पिता का करियर बर्बाद करने का आरोप लगाया है।

खुलासा

लता नहीं, मेरे अब्बा ने ज्यादा गाने गाए

जब पूछा गया कि लता को ज्यादा गाने गाने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज हुआ तो शाहिद ने कहा, "लोगों को पता ही नहीं है। पहला नाम डैड का आया था, लेकिन लता जी ने कहा कि नहीं, मैंने सबसे ज्यादा गाने गाए हैं। लता जी ने दखल दिया और कहा कि मोहम्मद रफी नहीं, मैंने ज्यादा गाने गाए। उसके बाद अब्बा इस विवाद को आगे लेकर ही नहीं गए और वो बस गाते रहे।"

जलन

रफी से जलती थीं आशा-लता?

शाहिद ने लता-आशा को अपने पिता से जलने वाला और झूठा बताया है। उन्होंने पुराने विवादों का जिक्र करते हुए कहा कि आशा के मुंह पर बोल चुके हैं, उन्हें इस उम्र में शर्म आनी चाहिए। शाहिद का कहना है कि लता और आशा उनके पिता से जलती थीं। वे चाहती थीं कि वही ऊपर रहें और बाकी नीचे। उन्होंने कहा कि लता ने झूठ बोला था कि उनके पिता ने माफी मांगी थी, माफी मांगने वाली वो खुद थीं।

कमूक

शाहिद बोले- माफी मेरे पिता ने नहीं, लता ने मांगी थी

शाहिद बोले, "लता जी ने कहा था कि अब्बा उनके पास गए और बोले, लताजी मुझे माफ कर दो। मेरा करियर पटरी से उतर रहा है, मुझे कोई गाना नहीं दे रहा है। मुझे फिर से तुम्हारे साथ गाना है। अब्बा ने नहीं, लताजी ने ऐसा कहा था। दो लोग अब्बा के पास आए और उन्होंने कहा था कि रफी साहब माफ कर दो इसे। वो असुरक्षित हो रही थीं क्योंकि अब्बा उस वक्त टॉप पर थे।"

सहन

"बाप के बारे में कोई कुछ बोलेगा तो बर्दाश्त नहीं करूंगा"

शाहिद कहते हैं, "कई और गायिकाएं उभर रही थीं, जिनमें लता की खुद की बहन आशा भी शामिल थीं। वो असुरक्षित थीं। मुझे बताइए कि किसे पतन का खतरा था? मैं इसलिए सबके सामने सच लाया कि अब्बा नहीं हैं। मेरे बाप के बारे में कोई बोलेगा तो बर्दाश्त नहीं करूंगा, चाहे वो जो भी हो।' लता और रफी के बीच रॉयल्टी को लेकर विवाद हुआ था। लता चाहती थीं कि गानों की रॉयल्टी मिले, जबकि रफी इसके खिलाफ थे।

जानकारी

लता और रफी की हो गई थी सुलह

बता दें कि बाद में लता और रफी की सुलह हो गई थी, जिसके बाद दोनों ने साथ में एक शो किया था। साल 1980 में मोहम्मद रफी का इंतकाल हो गया, वहीं लता ने 6 फरवरी, 2022 को इस दुनिया को अलविदा कहा था।