क्या आप जानते हैं? 'मुन्ना भाई MBBS' के बाद आठ महीने तक बेरोजगार रहे अरशद
क्या है खबर?
अरशद वारसी ने अपने करियर में कई हिट फिल्मों में काम किया है। वह भले ही बॉलीवुड के बड़े अभिनेताओं की सूची में शुमार नहीं रहे, लेकिन उनके अभिनय की प्रशंसा ना सिर्फ दर्शकों, बल्कि समीक्षकों ने भी की है।
क्या आप जानते हैं कि 'मुन्ना भाई MBBS' जैसी हिट फिल्म के बाद अरशद को काम के लाले पड़ गए थे। आज (19 अप्रैल) को अरशद अपना 54वां जन्मदिन मना रहे हैं।
आइए उनसे जुड़ी ऐसी ही बातें जानते हैं।
खुलासा
'मुन्ना भाई MBBS' के बाद नहीं मिला काम
अरशद ने बताया था कि 'मुन्ना भाई MBBS' का हिस्सा बनने के बावजूद उन्हें किसी ने काम नहीं दिया। फिल्म ने भले ही उन्हें सर्किट नाम से मशहूर कर दिया, लेकिन अरशद को इसके बाद आठ महीने तक कोई फिल्म ऑफर नहीं हुई।
वह हैरान थे कि जब उनका काम फिल्म में सबको इतना पसंद आया तो वह बेरोजगार कैसे हो गए।
उन्होंने फिल्म के निर्देशक राजकुमार हिरानी से पूछा था कि क्या वाकई फिल्म में उनका प्रदर्शन अच्छा था।
आलोचना
अपनी भूमिका सर्किट की बुराई कर चुके हैं अरशद
सर्किट अरशद के यादगार किरदारों में से एक है, लेकिन खुद अभिनेता इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते।
कुछ समय पहले उन्होंने कहा था, "मैंने 'मुन्ना भाई MBBS' की, क्योंकि इसमें संजय दत्त मुख्य भूमिका में थे वरना तो हिरानी जानते थे कि सर्किट का किरदार कितना मूर्खों वाला है? स्क्रिप्ट में भी इसे उस तरह से दिखाया गया।"
उन्होंने कहा, "मेरे से पहले यह किरदार मकरंद देशपांडे को मिला था, लेकिन उन्होंने भी इसे करने से इनकार कर दिया।"
संघर्ष
पहली फिल्म के बाद खाई थी दर-दर की ठोकर
अरशद ने फिल्मी दुनिया में अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 1996 में फिल्म 'तेरे मेरे सपने' से की थी। फिल्म को अमिताभ बच्चन के प्रोडक्शन हाउस ABCL के बैनर तले बनाया गया था।
फिल्म के जरिए अमिताभ को बॉलीवुड में ब्रेक तो मिल गया, लेकिन फिल्म की असफलता के बाद अरशद काम की तलाश में तीन साल तक इधर-उधर भटकते रहे।
उन्होंने खुद बताया था कि पहली फिल्म के फ्लॉप होने के चलते उन्हें किसी ने काम नहीं दिया था।
खर्च
पत्नी की सैलरी से चलता था घर
अरशद जब बेरोजगार थे तो उनकी पत्नी मारिया गोरेटी उनके साथ इस मुश्किल समय में खड़ी थीं। वह नौकरी करती थीं और उनकी सैलरी से ही उनका घर चलता था।
जब अरशद 14 साल के थे, तभी उन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया था। इस वजह से उन्हें अपनी जिंदगी में काफी परेशानियां उठानी पड़ीं।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, माता-पिता को खोने के बाद अरशद को मुंबई की बसों में लिपस्टिक और नेल पॉलिश तक बेचनी पड़ी।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
अरशद को मुंबई के सेंट जेवियर कॉलेज में आयोजित मल्हार फेस्टिवल में बतौर जज आमंत्रित किया गया था। वहां उन्होंने छात्रा मारिया गोरेटी को देखा, जो डांस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आई थीं। उन्हें देख पहली नजर में ही अरशद अपना दिल दे बैठे थे।