जन्मदिन विशेष: क्या जानते हैं 'बॉलीवुड के सर्किट' अरशद वारसी से जुड़ीं ये बातें?
क्या है खबर?
बॉलीवुड के मस्तमौला और प्रतिभाशाली अभिनेता अरशद वारसी आज अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं। यूं तो अरशद ने अपने फिल्मी करियर में कई यादगार भूमिकाएं निभाई हैं, लेकिन 'मुन्नाभाई MBBS' से वह देश भर में मशहूर हो गए।
इस फिल्म के बाद ही उनका नाम सर्किट पड़ा था। अरशद ने अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना किया है।
आइए उनके जीवन से जुड़ी कुछ ऐसी बातें जानते हैं जिनसे अब तक आप शायद नावाकिफ हों।
#1
अरशद ने घर-घर जाकर बेचे कॉस्मेटिक प्रोडक्ट
अरशद के जीवन में जिम्मेदारी ने बहुत पहले ही दस्तक दे दी थी। उनके पिता का इंतकाल जल्दी हो गया था और इसलिए परिवार के गुजर-बसर के लिए अरशद को शुरुआत से ही काफी मेहनत करनी पड़ी।
10वीं के बाद उन्हें पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी और बंगला छोड़ एक कमरे के फ्लैट में रहना पड़ा।
अपना पेट भरने के लिए अरशद ने कभी फोटो लैब में काम किया तो कभी सेल्समैन बन घर-घर जाकर कॉस्मेटिक प्रोडक्ट बेचे।
#2
जया बच्चन ने अरशद को दिया था उनके करियर का पहला रोल
मुख्य अभिनेता के तौर पर अरशद ने अपने करियर की शुरुआत 1996 में फिल्म 'तेरे मेरे सपने' से की थी।
यह बात बहुत कम लोगों को पता होगी कि इस फिल्म का प्रस्ताव अरशद को जया बच्चन ने दिया था। इसे अभिताभ बच्चन के प्रोडक्शन हाउस ABCL के बैनर तले बनाया गया था।
फिल्म के लिए टीम को लीड एक्टर की तलाश थी, तभी जया की नजर अरशद पर पड़ी और उन्होंने लीड रोल का ऑफर अरशद को दे दिया।
#3
पहली फिल्म के बाद तीन साल तक बेरोजगार रहे थे अरशद
अरशद ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि अपनी पहली फिल्म के बाद उन्हें कितनी मुश्किलों से गुजरना पड़ा था।
'तेरे मेरे सपने' के बाद अरशद तीन साल बेरोजगार रहे और काम की तलाश में भटकते रहे। इस मुश्किल घड़ी में अरशद का साथ उनकी पत्नी मारिया गोरेटी ने दिया था।
अरशद ने बताया था कि उनके संघर्ष के दिनों में मारिया नौकरी किया करती थीं। इस दौरान उनका घर पत्नी की सैलरी से ही चलता था।
#4
एक्टर के साथ अच्छे कोरियोग्राफर भी हैं अरशद
अरशद एक बेहतरीन डांसर भी हैं। बचपन से डांस की तरफ उनका काफी रुझान था। इसी के चलते अकबर सामी के डांस ग्रुप को जॉइन कर अरशद ने डांस और कोरियोग्राफी शुरू की थी।
1991 में इंडियन डांस प्रतियोगिता जीतने के बाद 1992 में अरशद को वर्ल्ड डांस चैंपियनशिप में चौथा स्थान मिला था।
अरशद ने अपना डांस स्कूल ऑसम भी शुरू किया था।
वह 'रूप की रानी चोरों का राजा' के टाइटल ट्रैक को कोरियोग्राफ भी कर चुके हैं।
#5
अपने काम के लिए अरशद को कई बार मिला सम्मान
अरशद ने बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम किया, लेकिन उन्हें असली पहचान साल 2003 में आई फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' से मिली थी। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला।
'लगे रहो मुन्नाभाई' के लिए उन्होंने चार पुरस्कार अपने नाम किए। फिल्म 'जॉली एलएलबी' के लिए अरशद को तीन बार पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
फिल्म 'इश्किया' के लिए उन्होंने बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का खिताब जीता।
फिल्म 'हलचल' के लिए अरशद को बेस्ट कॉमेडियन का पुरस्कार मिला।
#6
बाइक के दीवाने हैं अरशद वारसी
अरशद को बाइक से खास लगाव है। स्कूल के दिनों में वह एक बाइक्स गैंग का हिस्सा थे और आज भी बाइक की दीवानगी उनके सिर चढ़कर बोलती है।
उनके पास लग्जरी बाइक्स का बड़ा कलेक्शन मौजूद है। अरशद की फेवरेट बाइक हार्ले- डेविडसन डायना है। वह अक्सर मुंबई की सड़कों पर रात को इसका लुत्फ उठाते हैं।
एक इंटरव्यू में अरशद ने कहा था कि बाइक राइडिंग उनका पैशन है। यह उनके लिए मेडिटेशन की तरह है।
#7
जानिए कैसे शुरू हुई थी अरशद की लव स्टोरी
अरशद को मुंबई के सेंट जेवियर कॉलेज में आयोजित मल्हार फेस्टिवल में बतौर जज आमंत्रित किया गया था।
वहां उन्होंने छात्रा मारिया गोरेटी को देखा, जो डांस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आई थीं।उन्हें देख पहली नजर में ही अरशद अपना दिल दे बैठे थे।
अरशद ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मारिया अपनी भावनाएं जाहिर करने को तैयार नहीं थीं। फिर एक दिन अरशद ने उनकी कोल्डड्रिंक में बीयर मिलाई और तब जाकर इश्क का इजहार हुआ।