
आमिर खान-रजनीकांत 30 साल पहले इस फिल्म में दिखे थे साथ, हुआ था इतना बुरा हाल
क्या है खबर?
इन दिनों रजनीकांत फिल्म 'कुली' को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। यह फिल्म इसलिए भी खास बताई जा रही है, क्योंकि इससे आमिर खान जुड़े हैं। पर्दे पर दोनों सितारों की भिड़ंत खूब सुर्खियां बटोर रही है। भले ही इस फिल्म में आमिर का कैमियो लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आमिर इससे भी एक फिल्म में रजनीकांत के साथ काम कर चुके हैं। आइए उसका हाल जानें।
फिल्म
फिल्म का नाम था 'आतंक ही आतंक'
आमिर और रजनीकांत की इस फिल्म का नाम था 'आतंक ही आंतक', जो साल 1995 में आई थी। दिलीप शंकर ने इस फिल्म का निर्देशन किया था। रजनीकांत फिल्म में मुख्य भूमिका में थे और जूही चावला ने भी इसमें बेहद अहम भूममिका निभाई थी। ये एक एक्शन थ्रिलर फिल्म थी, जिसके जरिए रजनीकांत और आमिर आए तो बॉक्स ऑफिस पर आतंक मचाने थे, लेकिन फिल्म बुरी तरह फ्लॉप हो गई थी।
असफलता
बनी आमिर के करियर की सबसे बड़ी फ्लॉप फिल्मों में से एक
'आतंक ही आतंक' आमिर की सबसे बड़ी फ्लॉप फिल्माें में से एक है। इसे IMDb पर भी 10 में से केवल 4.5 रेटिंग मिली है। फिल्म को लेकर खूब शोर मचा हुआ था, लेकिन जब ये पर्दे पर आई तो पहले दिन महज 31 लाख रुपये ही बटोर सकी। 2.55 करोड़ रुपये इस फिल्म ने कुल कमाई की थी। फिल्म फ्लॉप हुई तो खुद आमिर ने इसमें काम करने पर अफसोस जताया और अपने काम की आलोचना की।
बॉलीवुड करियर
रजनीकांत का बॉलीवुड करियर भी ठप्प
'आतंक ही आंतक' में रजनीकांत लीड रोल में थे। इसका बॉक्स ऑफिस पर ऐसा हश्र हुआ कि उन्हें फिर हिंदी फिल्मों में लीड हीरो की भूमिका मिलनी बंद हो गई। केवल साल 2000 में फिल्म 'बुलंदी' में उन्हें काम करने का मौका मिला। इसके बाद साल 2011 में शाहरुख खान की फिल्म 'रा.वन' में वह कैमियो करते दिखे। साउथ में तो रजनीकांत का दबदबा कायम रहा, लेकिन 'आतंक ही आतंक' के बाद बॉलीवुड में उनकी दाल नहीं गल पाई।
हाल
निर्देशक का हाल तो और भी बुरा
दिलीप शंकर की हालत तो और भी बुरी थी, बहुत बुरी। इससे पहले उन्होंने सिर्फ एक ही फिल्म बनाई थी 'काल चक्र', जो साल 1988 में रिलीज हुई थी। इसमें कोई बड़ा सितारा नहीं था। 'आतंक ही आतंक' उनके करियर की सबसे बड़ी फिल्म थी, जोे उनकी सबसे बड़ी फ्लॉप बनी। उन्होंने इसके बाद 'निगेहबान' और 'मैरिड 2 अमेरिका' जैसी 2 फिल्में बनाईं, जो कब आई-गई पता ही नहीं चला। इसके बाद दिलीप ने निर्देशन को टाटा बाय-बाय कर दिया।