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बिना तालीम के बॉलीवुड को दिए सैकड़ों सदाबहार गाने, जानिए केके के जीवन के अनसुने किस्से
केके के जीवन से जुड़े अनसुने किस्से

बिना तालीम के बॉलीवुड को दिए सैकड़ों सदाबहार गाने, जानिए केके के जीवन के अनसुने किस्से

लेखन सयाली
Aug 23, 2025
06:15 am

क्या है खबर?

कृष्णकुमार कुन्नथ उर्फ केके बॉलीवुड के वो सितारे रहे हैं, जो दुनिया को अलविदा कहने के बाद भी सभी के दिलों में जिंदा हैं। उन्होंने 'बीते लम्हें', 'खुदा जाने' और 'मैंने दिल से कहा' जैसे 500 से भी ज्यादा गीतों को आवाज दी थी। उनके सदाबहार गाने आज भी लोगों को प्यार का मतलब सिखा रहे हैं। 23 अगस्त को केके की 57वीं जन्मतिथि है, जिस मौके पर हम आपको उनके जीवन के कुछ अनसुने किस्से बताने जा रहे हैं।

जीवन

माता-पिता को भी था गायन का शौक

23 अगस्त, 1968 को दिल्ली के मलयाली परिवार में केके का जन्म हुआ था। उनके पिता का नाम सीएस मेनन और माता का नाम कुन्नाथ कनकवल्ली था। केके ने माउंट सेंट मैरी स्कूल और दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज में पढ़ाई की थी। उनकी माता एक बेहतरीन गायिका थीं और पिता को भी गाने सुनने का शौक था। इसी के चलते उन्हें गायन में दिलचस्पी होने लगी। केके ने स्कूल में गाते समय गायक बनने का फैसला किया था।

करियर

इस गाने से रखा बॉलीवुड में कदम

बॉलीवुड में कदम रखने से पहले केके ने विज्ञापनों के लिए विभिन्न भाषाओं में 3,500 से अधिक जिंगल्स गाए। इससे उन्हें अपनी कला को निखारने में मदद मिली थी। उन्होंने 1996 की फिल्म माचिस के गाने 'छोड़ आए हम' से अपने करियर की शुरुआत की थी। हालांकि, 'तड़प-तड़प के इस दिल' गाने ने उन्हें प्रसिद्धि दिलाई थी। केके ने अपने करियर के दौरान बॉलीवुड को 500 से ज्यादा हिट गाने दिए और अन्य भाषाओं में 200 से अधिक गाने गाए।

नौकरी

गायक बनने से पहले होटल में काम करते थे केके

केके ने इस बात का खुलासा किया था कि दिल्ली में गाना गाते वक्त हरिहरन की उन पर नजर पड़ी थी। उनके कहने पर ही वह मुंबई आने के लिए प्रेरित हुए थे। हालांकि, काफी कम लोग जानते हैं कि मुंबई में बसने से पहले केके एक होटल में काम करते थे। उन्होंने कॉलेज खत्म होने के बाद बतौर मार्केटिंग एसोसिएट काम किया था। इससे साबित होता है कि वह कड़ी मशक्कत के बाद ही सफलता प्राप्त कर सके थे।

प्रेम कहानी

बेहद फिल्मी थी केके की प्रेम कहानी

केके के सपनों को पूरा करने में उनकी पत्नी ज्योति ने हर कदम पर उनका साथ दिया था। उनकी प्रेम कहानी किसी बॉलीवुड फिल्म से कम नहीं है। दोनों बचपन के दोस्त थे और छठी कक्षा में मिले थे। 10वीं कक्षा में केके ने उन्हें शादी के लिए प्रपोज कर दिया था। इसके बाद ज्योति के माता-पिता को मनाने के लिए उन्होंने नौकरी की तलाश शुरू कर दी थी। कड़ी मशक्कत के बाद दोनों ने 1991 में शादी कर ली।

सीखना

केके ने कभी नहीं सीखा था गाना

केके की आवाज रूहानी है, जिसे सुनकर दिल को सुकून मिल जाता है। सभी लोग सोचते हैं कि उन्होंने भी अन्य गायकों की तरह शास्त्रीय संगीत सीखा होगा। हालांकि, उन्होंने बिना संगीत की तालीम लिए ही इतने मधुर गीत गाए हैं। केके ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि उन्होंने संगीत के विद्यालय में दाखिला तो लिया था, लेकिन कुछ ही दिनों बाद उसे छोड़ दिया था। वह गाने सुनकर ही गायन की कला में पारंगत हो गए थे।