UPSC: कृषि वैकल्पिक विषय की तैयारी के लिए पढ़ें ये किताबें, सफलता के बढ़ जाएंगे अवसर
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय का पेपर होता है। कृषि एक लोकप्रिय और स्कोरिंग वैकल्पिक विषय है। यही कारण है कि बड़ी संख्या में उम्मीदवार इसे चुनते हैं। इस विषय की तैयारी के लिए पर्याप्त मात्रा में किताबें उपलब्ध हैं, लेकिन अच्छे अंक लाने के लिए सही पुस्तकों का चुनाव करना महत्वपूर्ण हैं। आइए कृषि वैकल्पिक विषय के लिए उपयोगी किताबों के बारे में जानते हैं।
पेपर 1 का पाठ्यक्रम क्या है?
कृषि वैकल्पिक विषय के पेपर 1 के पाठ्यक्रम में पारिस्थितिकी, पर्यावरण प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, कृषि विज्ञान, फसल पैटर्न, जैविक खेती, खरपतवार विज्ञान, फसल उत्पादन में सिंचाई, फॉर्म प्रबंधन जैसे टॉपिक शामिल हैं। इसके अलावा वानिकी, कृषि विस्तार का महत्व, कृषि मजदूरों की स्थिति, मिट्टी परीक्षण, वानिकी वृक्षारोपण, ग्रीन हाउस प्रभाव और ग्लोबल वार्मिंग, पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में पढ़ना होगा। जैविक घटक, शुष्क भूमि कृषि और उनकी समस्याएं, कृषि प्रणालियों का अर्थशास्त्र संंबंधी टॉपिक भी महत्वपूर्ण हैं।
पेपर 1 के लिए उपयोगी किताबें
पेपर 1 के लिए येल्लामांडा रेड्डी द्वारा लिखित कृषि विज्ञान, डीके दास द्वारा लिखित मृदा विज्ञान नामक किताब बेहद उपयोगी हैं। उम्मीदवार पांडे और सिंघा द्वारा लिखित फिजियोलॉजी, यू बर्मन द्वारा लिखित कृषि विस्तार शिक्षा के मूल सिद्धांत नामक किताब का भी इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा एके व्यास द्वारा लिखित कृषि का परिचय, वीटी राजू द्वारा लिखित कृषि उत्पादन और प्रबंधन का अर्थशास्त्र का उपयोग करें। भारतीय कृषि सर्वेक्षण, कृषि मुद्दों पर आधारित पत्रिकाएं भी अच्छी अध्ययन सामग्री है।
पेपर 2 का पाठ्यक्रम क्या है?
पेपर 2 के पाठ्यक्रम में कोशिका संरचना, पादप प्रजनन का इतिहास, बीज उत्पादन और प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियां, पौधों के पोषण, एंजाइम और पौधे रंगद्रव्य, प्रमुख फसलें, भारत में खाद्य उत्पादन जैसे प्रमुख खंड हैं। इनमें कोशिका संरचना, अनुवांशिकता के नियम, फसल और पौधों की उतपत्ति, पौध प्रजजन के सिद्धांत, बीज प्रमाणीकरण, डीएनए फिंगर प्रिंटिंग और बीज पंजीकरण, प्रकाश संश्लेषण, संरक्षित खेती, फसल कीटों और रोगों का वर्गीकरण समेत कई टॉपिकों के बारे में पढ़ना होगा।
पेपर 2 के लिए उपयोगी किताबें
पेपर 2 का पाठ्यक्रम पादप विज्ञान और प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी पर ज्यादा केंद्रित है। परीक्षा तैयारी के लिए बीडी सिंह द्वारा लिखित पौध प्रजनन, एन कुमार द्वारा लिखित बागवानी का परिचय, बीडी सिंह द्वारा लिखित जेनेटिक्स नामक पुस्तक का इस्तेमाल करें। पीडी शर्मा द्वारा लिखित प्लांट पैथोलॉजी, वसंत राज और डेविड द्वारा लिखित कीट विज्ञान और द हिंदू द्वारा लिखित कृषि का विशेष अंक भी उपयोगी अध्ययन सामग्री है। उम्मीदवार बुनियादी समझ विकसित करने के लिए NCERT किताबें पढ़ें।