इन टिप्स की मदद से करें अपने सुनने की स्किल में सुधार
अपने करियर को ऊंचाईंयों पर पहुंचाने के लिए ज्यादातर लोग कई स्किल्स डेवलप कर लेते हैं, लेकिन इसके बाद भी वे सफलता प्राप्त नहीं कर पाते। इसकी वजह कुछ महत्वपूर्ण स्किल्स पर ध्यान नहीं देना भी होता है। जैसे कुछ लोग बाकी सब स्किल्स तो सीख लते हैं, लेकिन दूसरों की बातें सुनने और समझने की स्किल यानी लिस्निंग स्किल में मात खा जाते हैं। इस लेख में हमने आपको लिस्निंग स्किल बेहतर करने की टिप्स बता रहे हैं।
सामनेे वाले की बातों पर दें ध्यान
कई लोग ऐसे होते हैं, जो सामने वालों की बातें सुनने पर कम और अपनी बातें बोलने पर ज्यादा ध्यान देते हैं। ऐसा करना आपकी सबसे बड़ी गलती होती है। आपको पहले सामने वाले की बात को सुनना और समझना चाहिए, उसके बाद ही अपनी बात करनी चाहिए। सामने वाले की बात का क्या जबाव देना है, इस पर ध्यान देने की वजह आपको पूरी तरह से अपना ध्यान उसकी बातें सुनने पर लगाना चाहिए और फिर अपना जबाव दें।
किसी भी प्रकार के शोर-शराबे पर ध्यान न दें
सुनने की स्किल को अच्छा करने के लिए आपको किसी से भी बात करते समय शोर-शराबे पर ध्यान नहीं देना चाहिए। ये शोर-शराबा बाहर का भी हो सकता है और आपके अंदर का भी हो सकता है। कई बार हमारा ध्यान कहीं और होता है और हम किसी और से बात कर रहे होते हैं। ऐसे में हमारा ध्यान भटक जाता है और हम ध्यान से सामने वाले की बातें नहीं सुन पाते। इसलिए ध्यान को भटकने न दें।
आंखों में देखकर बात करें
वैसे तो किसी से भी बात करते समय आपको उसकी आंखों में देखकर बात करनी चाहिए, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि हम अपना काम करते रहते हैं और सामने वाले की बाते सुनते हैं या फिर इधर-उधर देखते रहते हैं। ऐसा करना एक अच्छे लिस्नर की निशानी नहीं होती। जब किसी की आंखों में देखकर बात करेंगे तो आपका ध्यान नहीं भटकेगा और आप उसकी बात को अच्छी तरह से सुन और समझ पाएंगे।
सवाल पूछने की आदत डालें
अच्छा लिस्नर बनने के लिए आपको दूसरों से सावल करने की आदात डालनी चाहिए। अगर आपको कुछ समझ नहीं आया है तो वहीं उससे संबंधित सवाल पूछें और अपने डाउट्स क्लीयर करें। कई बार ऐसा होता है कि किसी का बोलने का तरीका अलग होता है, जिससे हमें उसकी बात समझ नहीं आती। ऐसे में सवाल पूछना गलत नहीं होगा। इससे ध्यान भी नहीं भटकेगा और आप बातों पर अधिक ध्यान दे पाएंगे। साथ ही बातचीत में आपकी रुचि बढ़ेगी।
दूसरों से फीडबैक लें
फीडबैक लेने से आपको अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करने में मदद मिलती है और आपको पता चलता है कि आप कहां गलती कर रहे हैं। दूसरों से पूछें कि आपकी सुनने की स्किल कितनी अच्छी है और आप कहां सुधार कर सकते हैं।