IIM-A का यह पूर्व छात्र करगिल में छात्रों के लिए खोलना चाहता है CAT कोचिंग संस्थान
क्या है खबर?
भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद (IIM-A) के पूर्व छात्र मुजामिल अनवर करगिल के छात्रों को कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) पास करने में मदद करने के लिए एक कोचिंग संस्थान की स्थापना करना चाहते हैं।
अपने इस प्रोपेजल को जम्मू-कश्मीर की सरकार के सामने रखने के लिए वे उन से संपर्क करने की योजना बना रहा हैं।
अनवर कारगिल से ही हैं और वर्तमान में उदयपुर में रहते हैं। वह युद्धग्रस्त क्षेत्र से छात्रों को प्रीमियर बी-स्कूलों में भेजना चाहते हैं।
बयान
छोत्रों की करना चाहते हैं मदद
अनवर ने TOI को बताया, "मैं बच्चों को CAT पास करने में मदद करने के लिए करगिल में अकादमी खोलना चाहता हूं।"
2018 में IIM-Ahmedabad से पढ़कर पास हुए अनवर ने बताया कि जब वह कॉलेज में थे, तो उनके साथियों से लोग CAT को पास करने के टिप्स पूछते थे। लेकिन करगिल के किसी भी व्यक्ति ने उनसे इस तरह के सवाल नहीं किए।
उन्होंने बताया, "वहां के लोग अभी भी ऐसे संस्थानों के बारे में जागरूक नहीं है।"
बयान
'जम्मू-कश्मीर सरकार से संपर्क करने और अकादमी स्थापित करने की सोच'
उन्होंने कहा, "यहां के बच्चे बर्फ से ढके पहाड़ों में रहकर खुश हैं और सिर्फ इंजीनियरिंग और MBBS में एडमिशन लेना चाहते हैं। मैं जम्मू-कश्मीर सरकार से संपर्क करके छात्रों की MBA करने में मदद के लिए अकादमी स्थापित करने की सोच रहा हूं।"
IIM-A
अनवर को IIM-अहमदाबाद में लगा झटका
1999 के भारत-पाक युद्ध के दौरान अनवर करगिल के लंकोर में अपने घर के बाहर स्थित सेना के बंकरों में क्रिकेट खेलते थे।
उस समय को याद करके उन्होंने कहा कि जब उन्होंने पहली बार IIM में कदम रखा, तो उन्हें "सांस्कृतिक झटका" मिला। क्योंकि वहां उन्होंने सुरक्षा बलों को नहीं देखा।
वह कुछ समय के लिए शैंडलगर के टायंडेल बिस्को स्कूल में पढ़ते हुए इसके आदी हो गए थे।
वह इस क्षेत्र में बदलाव लाने की उम्मीद करते हैं।
कार्य
अभी कर रहे हैं ये
अनवर उदयपुर में खनन प्रमुख वेदांत की 300 करोड़ रुपये की CSR आर्म की देखरेख कर रहे हैं।
कथित तौर पर वेदांत ने अहमदाबाद से अनवर को 30 लाख रुपये के पैकेज देकर भर्ती किया था। 2017 में राजस्थान और गोवा में विश्व स्तर के फुटबॉल सीखने के केंद्रों को प्रोमोट करने के लिए उसेये पैकेज ऑफर किया गया था।
वे F-cube का उपयोग करके एस्ट्रो टर्फ पर फुटबॉल में अंडर-14 बच्चों को ट्रेन करने में मदद करते हैं।