क्या है PM-SHRI योजना जिसके तहत अपग्रेड होंगे देश के 14,500 स्कूल?
क्या है खबर?
शिक्षक दिवस के मौके पर बड़ा ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि देशभर में 14,500 प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (PM-SHRI) बनाए जाएंगे। इसमें कुछ पुराने स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा और कुछ नए स्कूल बनाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने इस नई पहल की घोषणा करते हुए खुशी जाहिर की और कहा कि इन नए मॉडल स्कूलों में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) की पूरी भावना को समाहित किया जाएगा।
NEP
PM-SHRI स्कूल से लाखों छात्र लाभान्वित होंगे- प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि PM-SHRI स्कूलों में शिक्षा प्रदान करने का एक आधुनिक, परिवर्तनकारी और समग्र तरीका होगा।
उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में नवीनतम तकनीक, स्मार्ट कक्षा, खेल और आधुनिक अवसंरचना पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, "मुझे यकीन है कि PM-SHRI स्कूल NEP की भावना से पूरे भारत में लाखों छात्रों को लाभान्वित करेंगे।"
योजना
प्रयोगशाला के तौर पर काम करेंगे PM-SHRI स्कूल
बता दें कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जून, 2022 में PM-SHRI स्कूल योजना की घोषणा की थी।
तब उन्होंने कहा था कि ये स्कूल NEP के तहत प्रयोगशाला के तौर पर काम करेंगे।
उन्होंने कहा था कि इन स्कूलों में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा, खुशनुमा माहौल और अलग-अलग बैकग्राउंड के छात्रों की जरूरत के हिसाब से व्यवस्था, बहुभाषी बनाने के कार्यक्रम और विभिन्न गतिविधियों में छात्रों की सक्रिय भागेदारी पर ध्यान दिया जाएगा।
मार्गदर्शन
PM-SHRI स्कूल अपने आसपास के अन्य स्कूलों का भी मार्गदर्शन करेंगे
शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, PM-SHRI स्कूलों में NEP 2020 के सभी घटकों और विशेषताओं का समावेश होगा और ये अनुकरणीय स्कूलों के रूप में कार्य करेंगे।
इसके साथ ही ये स्कूल अपने आसपास के अन्य स्कूलों का मार्गदर्शन भी करेंगे।
इन स्कूलों का उद्देश्य न केवल गुणात्मक शिक्षा देना और बौद्धिक विकास करना होगा, बल्कि 21वीं सदी के प्रमुख कौशल से लैस समग्र और हरफनमौला छात्रों को तैयार करना होगा।
पढ़ाई
PM-SHRI स्कूलों में अलग होगा पढ़ाई का अंदाज
ये स्कूल आधुनिक बुनियादी सुविधाओं से सुसज्जित होंगे जिनमें लैब, स्मार्ट क्लासरूम, पुस्तकालय, खेल उपकरण, आर्ट रूम, इत्यादि शामिल हैं।
इन स्कूलों को 'हरित स्कूलों' के रूप में भी विकसित किया जाएगा। इसके लिए पाठ्यक्रम में जल संरक्षण, कम ऊर्जा खपत वाली बुनियादी ढांचागत सुविधाओं और पर्यावरण के लिए स्वस्थ जीवन शैली से जुड़ी बाते बताई जाएंगी।
हरित स्कूलों से तात्पर्य यह है कि इन स्कूलों में पेड़-पौधे लगाने पर ध्यान दिया जाएगा और इन्हें पर्यावरण के अनुकूल बनाया जाएगा।
स्मार्ट क्लासरूम
PM-SHRI स्कूलों में होंगे स्मार्ट क्लासरूम
PM-SHRI स्कूलों में अध्यापन लचीला और आनंददायक होगा। इन स्कूलों में प्राथमिक सत्र पर खेल आधारित तरीके से पढ़ाई होगी और सभी छात्रों में विषयों की समझ अच्छी हो, इसके लिए छात्रों से अलग-अलग टॉपिक पर चर्चा की जाएगी।
इन स्कूलों में मूल्यांकन का तरीका भी अलग होगा। सभी स्तरों पर छात्रों का मूल्यांकन उनकी वैचारिक समझ और वास्तविक जीवन जैसी स्थितियों के आधार पर किया जाएगा।
भिन्नता
PM SHRI स्कूल केंद्रीय विद्यालयों या जवाहर नवोदय विद्यालयों से कैसे भिन्न होंगे?
केन्द्रीय विद्यालय (KV) या जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) पूरी तरह से केंद्र के अंतर्गत आते हैं।
KV में केंद्र सरकार के कर्मचारियों को एडमिशन में प्राथमिकता दी जाती है और JNV में ग्रामीण हिस्सों के छात्रों को एडमिशन में प्राथमिकता मिलती है।
वहीं PM-SHRI स्कूल केंद्र, राज्यों, केंद्र शासित राज्यों और स्थानीय निकायों द्वारा संचालित स्कूलों का अपग्रेड होगा, जिनका संचालन KV, JNV, राज्य सरकार के स्कूल या यहां तक कि नगर निगमों द्वारा किया जा सकता है।
जानकारी
केंद्र PM-SHRI स्कूल की लागत में कितनी मदद करेगा?
चूंकि यह स्कूल केंद्र द्वारा प्रायोजित हैं, इसलिए वह कार्यान्वयन की लागत का 60 प्रतिशत वहन करेगा। बाकी 40 प्रतिशत राज्य या केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा वहन किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में केंद्र का योगदान 90 प्रतिशत तक जा सकता है।