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CA फाइनल परीक्षा का परिणाम जारी, जानिए शीर्ष 3 छात्रों की सफलता की कहानी
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CA फाइनल परीक्षा का परिणाम जारी, जानिए शीर्ष 3 छात्रों की सफलता की कहानी

लेखन राशि
Jan 09, 2024
05:49 pm

क्या है खबर?

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने आज (9 जनवरी) CA इंटरमीडिएट और फाइनल परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है। फाइनल परीक्षा में मधुर जैन ने 800 में से 619 अंक लाकर पहला स्थान हासिल किया है। दूसरे स्थान पर मुंबई की संस्कृति अतुल पारोलिया हैं, उन्होंने 599 अंक हासिल किए हैं। तीसरे स्थान पर जयपुर के ऋषि मल्होत्रा हैं, उन्होंने 590 अंक प्राप्त किए हैं। आइए शीर्ष 3 में आए छात्रों की सफलता की कहानी जानते हैं।

मधुर

मधुर के परिवार में अधिकांश सदस्य हैं CA

पहले स्थान पर आए मधुर के परिवार के अधिकांश सदस्य CA हैं। उन्होंने वाणिज्य संकाय से 12वीं पास करने के बाद CA पाठ्यक्रम में दाखिला लिया था। उन्होंने CA फाउंडेशन में 15वीं और CA इंटरमीडिएट में 13वीं रैंक हासिल की थी। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में कई CA हैं, जिन्होंने उन्हें इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपनी तैयारी के दौरान रिवीजन और निरंतर रूप से पढ़ाई करने पर जोर दिया।

संस्कृति

संस्कृति ने 22 साल की उम्र में पास की परीक्षा

मुंबई की रहने वाली संस्कृति ने 22 साल की उम्र में ही CA की फाइनल परीक्षा पास कर ली है। उनके पिता और भाई भी CA हैं। उन्होंने BCom में दाखिला लेने के साथ ही CA की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने बताया कि परीक्षा तैयारी के दौरान अवधारणाएं समझकर पढ़ना काफी जरूरी है। अवधारणाएं स्पष्ट होने पर आसानी से अच्छे अंक लाए जा सकते हैं। उन्होंने पढ़ाई में निरंतरता बनाए रखने पर जोर दिया।

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ऋषि

ऋषि ने कोरोना में पिता को खोया पर नहीं मानी हार

तीसरे स्थान पर आए ऋषि मल्होत्रा का ये पहला प्रयास था, जिसमें वे दोनों समूहों के लिए उपस्थित हुए थे। उन्होंने साल 2019 में CA बनने की यात्रा शुरू की थी। उसी साल उन्होंने कोरोना की वजह से अपने पिता, दादा और दादी को खो दिया था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। ऋषि ने बताया कि वे तीनों उनके मार्गदर्शक देवदूत हैं। उनकी वजह से उन्हें मेहनत करने की ताकत मिली और उन्होंने ये मुकाम हासिल किया।

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सफलता

आप भी अपनाएं सफलता के ये टिप्स

मधुर के मुताबिक, उन्होंने 8 विषयों को पढ़ने के लिए स्व-अध्ययन पर जोर दिया। हालांकि, कठिन विषयों के लिए उन्होंने ऑनलाइन कक्षाओं की भी मदद ली थी। ऋषि ने बताया कि उन्होंने फाइनल परीक्षा में बैठने से 1 साल पहले ही सभी कक्षाओं को पूरा कर लिया था और रिवीजन पर सबसे ज्यादा ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने हस्तलिखित नोट्स भी तैयार किए थे। संस्कृति ने महत्वपूर्ण अवधारणाओं को समझकर रिवीजन करने पर विशेष ध्यान दिया।

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