BBA के बाद करना चाहते हैं कुछ अच्छा, तो चुनें ये बेहतर करियर विकल्प
अगर आपने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक यानी बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA) किया है और आप सोच रहे हैं कि अब आप क्या करें। तो हम आपको बता दें कि BBA के बाद आपके पास कई ऐसे विकल्प होते हैं, जिन्हें चुनकर आप एक अच्छा भविष्य बना सकते हैं। कई लोग सोचते हैं कि BBA के बाद सिर्फ MBA करने का ही विकल्प रह जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है। आइए जानें BBA के बाद क्या है बेहतर करियर विकल्प।
सबसे पहले आता है MBA
BBA को MBA की ओर जाने वालों के लिए पहला कदम कहा जा सकता है। मास्टर ऑफ़ बिजिनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) दो साल की डिग्री होती है। BBA की डिग्री वाले छात्र को किसी अन्य कोर्स के छात्र की तुलना में प्रबंधन (Management) में उच्च डिग्री हासिल करने में काफी आसानी हो जाती है। MBA एक पेशेवर पाठ्यक्रम हैं। MBA आपको व्यवसाय के मामलों का ज्ञान प्रदान करता है और आपके भीतर प्रबंधन कौशल को बढ़ाता है।
PGDM है एक बेहतर विकल्प
BBA के बाद आपके पास पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (PGDM) का विकल्प भी होता है। PGDM एक डिप्लोमा कार्यक्रम है। ये भी दो वर्ष का डिप्लोमा कार्यक्रम है। आगर आप MBA नहीं करना चाहते हैं तो आप PGDM कर सकते हैं। PGDM और MBA में कोई ज्यादा अंतर नहीं होता है। अगर हम PGDM की फीस की बात करें, तो ये MBA की फीस की तुलना में कम होती है।
बन सकते हैं आंत्रप्रेन्योर
आज के समय में कई सुवा अपना स्टार्टअप करना चाहते हैं। आप एक व्यवसायी (Entrepreneur) बन सकते हैं। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद कई छात्र अपना व्यवसाय करने का फैसला करते हैं। BBA के एक छात्र को व्यवसाय से संबंधित ज्ञान दिया जाता है, जो उसे व्यवसाय को सफलतापूर्वक चलाने के लिए आवश्यक कौशल हासिल करने में मदद करता है। लीडरशिप और कम्युनिकेशन स्किल पर अत्यधिक ध्यान देने के कारण, छात्र सही निर्णय लेने में सक्षम होता है।
कर सकते हैं बैंक में नौकरी
BBA की डिग्री के साथ आप आसानी से IBPS और SBI जैसे बैंकों की परीक्षाओं को पास कर सकते हैं। एक BBA के छात्र को पाठ्यक्रम के दौरान बैंकों और उनके कामकाज और विभिन्न व्यवसाय से संबंधित मामलों के बारे में ज्ञान दिया जाता है।
चुन सकते हैं ये विकल्प
प्रबंधन में एक डिग्री आपको केवल डेस्क जॉब तक ही सीमित नहीं करती है। आप हॉस्पिटैलिटी या टूरिज़्म मैनेजमेंट जैसे कोर्स करके इसमें अपना करियर बना सकते हैं। आप चार्टर्ड अकाउंटेंट भी बन सकते हैं। आप सर्टिफाइड एनालिस्ट प्रोग्राम (CCAP), फाइनेंस में एक्जीक्यूटिव कोर्स या रिस्क मैनेजमेंट के कोर्स जैसे कई अन्य कोर्स भी कर सकते हैं। कोई भी कोर्स करने से पहले ये जरुर देखें कि आपकी रुचि किसमें हैं। उसके अनुसार ही कोर्स चुनें।
MMS में बनाए अपना करियर
आप मास्टर इन मैनेजमेंट स्टडीज (MMS) भी कर सकते हैं। MMS कोर्स की समय अवधि भी दो साल की होती है। आप सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों से MMS कर सकते हैं। इस पाठ्यक्रम के लिए आपके पास 50% नंबरों के साथ किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। स्नातक के अंतिम वर्ष के छात्र भी इस पाठ्यक्रम में आवेदन कर सकते हैं। एक कोर्स से छात्रों को प्रबंधन कौशल सीखने में मदद मिलती है।