GATE या IES/ESE के बारे में सभी जानकारी यहां से लें, जानें कौन है ज्यादा उपयोगी
भारत में इंजीनियरिंग युवाओं के बीच सबसे पसंदीदा प्रोफेशनल कोर्स बना हुआ है। इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट (GATE) और इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेज (IES)/इंजीनियरिंग सर्विसेज एग्जामिनेशन (ESE) इंजीनियरिंग में स्नातक करने वालों के लिए सबसे अधिक मांग वाला करियर विकल्प है। हालांकि अधिकांश उम्मीदवारों में अक्सर इन दोनों परीक्षाओं के बीच एक को चुनना कठिन होता है। यहां आपको GATE और IES/ESE के बारे में बताया गया है।
क्यों आयोजित की जाती हैं ये परीक्षा
GATE और IES/ESE विभिन्न अवसरों प्रदान करते हैं। जबकि GATE का संचालन सात IIT या IISc में से किसी एक द्वारा किया जाता है। वहीं IES/ESE UPSC द्वारा आयोजित की जाती हैं। GATE मुख्य रूप से IIT और NIT जैसे प्रमुख संस्थानों में इंजीनियरिंग/प्रौद्योगिकी में पोस्ट ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित होती है। PSU भर्ती के लिए GATE स्कोर का इस्तेमाल किया जाता है। IES/ESE विभिन्न मंत्रालयों/विभागों में केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए आयोजित किया जाता है।
कितने चरण में होती है परीक्षा
GATE एक एकल-चरण परीक्षा है, जबकि IES/ESE में तीन अलग-अलग चरण होते हैं> जिनमें प्री (दो ऑब्जेक्टिव टाइप पेपर), मेन्स (दो पारंपरिक टाइप पेपर) और व्यक्तित्व परिक्षण शामिल हैं। इसके अलावा GATE को 24 इंजीनियरिंग विषयों के लिए आयोजित किया जाता है। वहीं IES/ESE को केवल चार इंजीनियरिंग ब्रांच के लिए आयोजित किया जाता हैं। जिनमें सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग शामिल हैं।
क्या होनी चाहिए पात्रता
GATE और IES/ESE के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवार के पास इंजीनियरिंग में कम से कम स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। GATE के लिए कोई न्यूनतम या अधिकतम आयु सीमा नहीं है। इसके अलावा प्रयासों की संख्या की कोई सीमा नहीं है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि IES/ESE के लिए आयु सीमा 21 से 30 वर्ष है। उम्मीदवार अधिकतम आयु तक असीमित प्रयास कर सकते हैं।
कितने साल तक मान्य होते हैं स्कोर
एक उम्मीदवार के GATE स्कोर तीन साल तक मान्य है, जबकि IES/ESE स्कोर केवल एक वर्ष के लिए हैं। हालांकि GATE स्कोर केवल पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए तीन साल के लिए मान्य है। PSUs के लिए केवल हाल के GATE स्कोर का उपयोग होता है।
GATE परीक्षा देने के फायदे
जो उम्मीदवार प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग/तकनीकी संस्थानों में उच्च शिक्षा को आगे बढ़ाना चाहते हैं और PSU की नौकरियों में रुचि रखने वाले भी GATE परीक्षा दे सकते हैं। GATE देना काफी उपयोगी होता है, क्योंकि अगर आप PSU की नौकरी पाने में असमर्थ होते हैं, तो अपने GATE स्कोर का उपयोग करके तीन साल तक पोस्ट ग्रेजुएशन कार्यक्रमों में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा IES/ESE की तुलना में GATE की कठिनाई और प्रतियोगिता का स्तर कम माना जाता है।
UPSC IES/ESE के फायदे
UPSC IES/ESE उन अभ्यर्थियों के लिए है, जो अलग-अलग मंत्रालयों/विभागों के तहत केंद्र सरकार की नौकरियों करना चाहते हैं। कठिनाई और प्रतिस्पर्धा के मामले में GATE की तुलना में ESE अधिक कठिन है। इसके अलावा IES अधिकारी स्तर की नौकरी है।