
छात्रों को ड्रग्स से बचाने के लिए CBSE और NCB के बीच समझौता, कैसे करेंगे रोकथाम?
क्या है खबर?
स्कूल में छात्रों को मादक पदार्थों के सेवन से दूर रखने के लिए अब बड़ा अभियान चलेगा। इसके लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के साथ समझौता किया है। नई दिल्ली स्थित CBSE मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में NCB के महानिदेशक अनुराग गर्ग और CBSE के अध्यक्ष राहुल सिंह ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता छात्रों को मादक पदार्थों के सेवन से बचाने में और उनको सीमित रखने में बड़ी भूमिका निभाएगा।
समझौता
स्कूलों को बनाया जाएगा मुख्य केंद्र
समझौते के तहत स्कूलों को ही मादक पदार्थों की रोकथाम, उसके खिलाफ जागरूकता और हस्तक्षेप का केंद्र बनाया जाएगा। समझौते में सहयोग के लिए एक रूपरेखा तय की गई है। जागरूकता के लिए त्रैमासिक कार्यक्रम, शिक्षक और परामर्शदाता प्रशिक्षण कार्यशालाएं, ई-लर्निंग मॉड्यूल और समुदाय तक पहुंच बढ़ाया जाएगा। स्कूल नशा-निरोधक पहलों के लिए भी सक्रिय केंद्र होंगे। यहां शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों को एक साथ लाया जाएगा। परामर्श सेवाएं एक प्रत्यक्ष सहायता लाइन के रूप में शुरू की जाएंगी।
पहल
पहले 100 स्कूलों में शुरू होगा पायलट प्रोजेक्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहले पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पहले 100 CBSE स्कूलों में मुहीम को शुरू किया जाएगा, इसके बाद अन्य स्कूल तक पहुंच बढ़ेगी। स्कूलों की बड़ी संख्या तक पहुंचने के लिए हब-एंड-स्पोक मॉडल का उपयोग किया जाएगा। अनुराग गर्ग ने कहा कि नशा-विरोधी प्रयासों को सिर्फ पुलिस के भरोसे नहीं छोड़ सकते, इसमें स्कूलों को भी आगे आना होगा। इस पहल को सरकार की मानसिक स्वास्थ्य सहायता पहल टेली-मानस से भी जोड़ा गया है।