
जेप्टो ने की 200 कर्मचारियों की छंटनी, जानिए क्या है कारण
क्या है खबर?
फास्ट कॉमर्स फर्म जेप्टो ने सितंबर में लगभग 300 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। यह बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच लागत में कटौती करने के लिए उठाया कदम है। सूत्रों के अनुसार, ये कर्मचारी परिचालन, तकनीक, श्रेणी प्रबंधन, वित्त और अन्य विभागों से जुड़े हुए थे। यह कंपनी की ओर से नए राउंड में 0.45 अरब डॉलर (करीब 40 अरब रुपये) जुटाने के बाद हुआ है, जिससे उसका मूल्यांकन 7 अरब डॉलर (करीब 616 अरब रुपये) हो गया है।
कारण
इस कारण हटाए गए कर्मचारी
सूत्रों ने मनीकंट्रोल को बताया, "इन 300 कर्मचारियों को जेप्टो के पेरोल से हटाकर उसके के साथ काम करने वाले थर्ड-पार्टी सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ रखा गया है।" इस तरह, उसकी कर्मचारियों पर मासिक आधार पर लागत कम हो जाएगी, लेकिन उत्पादकता समान बनी रहेगी। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "पिछले 6 महीनों में हमने लागत उत्कृष्टता के लिए परिचालन कार्यों को ऑटोमैटिक करने के लिए समय-समय पर इन-हाउस सॉफ्टवेयर बनाए हैं।"
कटौती
सॉफ्टवेयर लागत में भी करेगी कटौती
सूत्रों के अनुसार, इस साल की शुरुआत से अब तक जेप्टो ने कुल 1,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इनमें से ज्यादातर लोग कस्टमर केयर टीम से थे, जिसे काफी हद तक ऑटोमैटिक किया जा रहा है। कर्मचारियों की लागत में कमी के अलावा कंपनी सभी स्तरों पर दक्षता बढ़ाने पर भी ध्यान देगी। मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) आदित पलिचा ने बताया है कि अमेजन वेब सर्विसेज स्पेंड (AWS) समेत अन्य सॉफ्टवेयर खर्चों में कटौती करेगी।