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कौन हैं 'AI की गॉडमदर' प्रोफेसर फेई-फेई ली? 
डॉ. फेई-फेई ली का नाम लगातार सुर्खियों में हैं

कौन हैं 'AI की गॉडमदर' प्रोफेसर फेई-फेई ली? 

Nov 24, 2025
04:25 pm

क्या है खबर?

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग दुनियाभर में हर क्षेत्र में बढ़-चढ़कर हो रहा है। इसी बीच 'AI की गॉडमदर' कहलाने वाली डॉ. फेई-फेई ली का नाम लगातार सुर्खियों में हैं। वह स्टैनफोर्ड प्रोफेसर हैं और वर्ल्ड लैब्स नाम के एक साल पुराने AI स्टार्टअप की फाउंडर हैं, जिसकी वैल्यू पहले ही 1 अरब डॉलर (करीब 90 अरब रुपये) से ज्यादा हो चुकी है। हाल ही में उन्हें इंजीनियरिंग के लिए प्रतिष्ठित क्वीन एलिजाबेथ पुरस्कार भी मिला है।

पढ़ाई 

डॉ. फेई-फेई ली का शुरुआती जीवन और पढ़ाई 

डॉ. ली का जन्म चीन में हुआ और वह 15 साल की उम्र में अमेरिका पहुंचीं। आर्थिक स्थिति कमजोर थी, इसलिए उन्होंने पढ़ाई के साथ सात साल तक ड्राई-क्लीनिंग दुकान में काम किया। बाद में उन्होंने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और कैलटेक से PhD की। उन्होंने गूगल क्लाउड में AI प्रमुख के रूप में भी काम किया। आज वह स्टैनफोर्ड के ह्यूमन-सेंटर्ड AI इंस्टीट्यूट की को-डायरेक्टर और वर्ल्ड लैब्स की CEO हैं।

योगदान

इमेजनेट प्रोजेक्ट और AI में बड़ा योगदान

फेई-फेई ली को सबसे ज्यादा पहचान उनके इमेजनेट प्रोजेक्ट के कारण मिली, जिसे उन्होंने 2006 में शुरू किया था। इस प्रोजेक्ट में लाखों तस्वीरों को वर्गीकृत किया गया और यह आधुनिक AI विज़न सिस्टम की असली नींव बना। उनके मुताबिक, इमेजनेट से पहले लोग डाटा की अहमियत को नहीं समझते थे। इस प्रोजेक्ट ने डीप लर्निंग बूम की शुरुआत कर AI तकनीक को नई दिशा दी और मशीनों की समझने-सीखने की क्षमता को मजबूत बनाया।

भविष्य

वर्ल्ड मॉडल तकनीक और भविष्य की दिशा

वर्ल्ड लैब्स में डॉ. ली अब 'वर्ल्ड मॉडल' विकसित कर रही हैं, जो AI को 3D दुनिया को समझने और उससे इंटरैक्ट करने की क्षमता देता है। उनका पहला प्रोडक्ट 'मार्बल' टेक्स्ट, फोटो या वीडियो को एडिट होने वाले 3D वातावरण में बदल देता है। ली का मानना है कि यही तकनीक AI का अगला बड़ा अध्याय होगी, जो रोबोटिक्स, डिजाइन और रिसर्च में नई क्रांति लाएगी। अन्य वैज्ञानिक भी वर्ल्ड मॉडल को AI का भविष्य मान रहे हैं।