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कौन हैं अर्चना व्यास, जिन्हें गेट्स फाउंडेशन ने नया कंट्री डायरेक्टर किया नियुक्त?
गेट्स फाउंडेशन ने अर्चना व्यास को इंडिया कंट्री डायरेक्टर नियुक्त किया है

कौन हैं अर्चना व्यास, जिन्हें गेट्स फाउंडेशन ने नया कंट्री डायरेक्टर किया नियुक्त?

Dec 16, 2025
03:39 pm

क्या है खबर?

माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स के गेट्स फाउंडेशन ने अर्चना व्यास को इंडिया कंट्री डायरेक्टर नियुक्त किया है। वह इस पद पर पहुंचने वाली पहली महिला बन गई हैं। अर्चना भारत में फाउंडेशन के सभी ऑपरेशन्स और साझेदारियों की जिम्मेदारी संभालेंगी। अर्चना हरि मेनन की जगह लेंगी, जो 2019 से इस भूमिका में थे और अब 2026 से ग्लोबल लीडरशिप रोल में जाएंगे। यह नियुक्ति भारत में फाउंडेशन के काम को आगे बढ़ाने के लिए अहम मानी जा रही है।

परिचय

कौन हैं अर्चना व्यास?

अर्चना 2014 से ही गेट्स फाउंडेशन से जुड़ी हुई हैं और उन्होंने यहां कई अहम पदों पर जिम्मेदारियां निभाई हैं। उनकी पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से भौतिक विज्ञान में मास्टर डिग्री हासिल की है। इसके साथ ही उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा किया है। मजबूत शैक्षणिक पृष्ठभूमि और नीति से जुड़े अनुभव ने उन्हें इस अहम भूमिका के लिए तैयार किया है।

करियर

गेट्स फाउंडेशन में करियर

गेट्स फाउंडेशन में इंडिया कंट्री डायरेक्टर बनने से पहले अर्चना ग्लोबल पॉलिसी और एडवोकेसी डिवीजन में ग्लोबल डायरेक्टर के पद पर थीं। इस भूमिका में उन्होंने ग्रोथ, अवसर और सशक्तिकरण से जुड़े कार्यक्रमों पर काम किया। उन्होंने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, कृषि विकास, स्वच्छता, पोषण, शिक्षा और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में नीतिगत प्रयासों और साझेदारियों को आगे बढ़ाया। भारत को वह फाउंडेशन की सबसे अहम कंट्री पार्टनरशिप मानती हैं।

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भूमिका 

पहले का अनुभव और आगे की भूमिका 

गेट्स फाउंडेशन से पहले अर्चना ने दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में कम्युनिकेशन और डिजिटल मार्केटिंग का नेतृत्व किया है। उन्होंने रेकिट के लिए MENA बाजारों को भी सपोर्ट किया और कई बड़ी मार्केटिंग संस्थाओं में सीनियर पदों पर काम किया। अब वह केंद्र और राज्य सरकारों, सामाजिक संगठनों, शिक्षा संस्थानों और निजी क्षेत्र के साथ मिलकर भारत में स्वास्थ्य, शिक्षा, समानता और विकास से जुड़े कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने पर फोकस करेंगी।

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