
पर्सनल लोन पर क्या-क्या लगते हैं शुल्क? आवेदन से पहले जान लें
क्या है खबर?
पर्सनल लोन आपको इलाज, शिक्षा समेत कई अचानक से आने वाले खर्चों को पूरा करने के लिए तुरंत धन उपलब्ध कराने का आसान विकल्प है। इस कर्जे को लेने के लिए ज्यादा परेशानी नहीं उठानी पड़ती। कई बैंक को बिना किसी कागजी कार्रवाई के फटाफट लोन पास कर देती हैं। कई लोगों को इन लोन के साथ आने वाले कई शुल्कों के बारे में पता नहीं होता। आइये जानते हैं पर्सनल लोन पर क्या-क्या शुल्क लगते हैं।
प्रोसेसिंग फीस
प्रशासनिक खर्चों के लिए लिया जाता है यह शुल्क
लोन प्रोसेसिंग फीस: ऋणदाता प्रशासनिक खर्चों को पूरा करने के लिए प्रोसेसिंग शुल्क लेते हैं। यह लोन राशि का 0.5-3.93 फीसदी के बीच होता है। यह शुल्क लोन राशि से पहले काटा जा सकता है या अलग से भुगतान करना पड़ सकता है। इसे वापस नहीं किया जाता, भले ही बाद में लोन पास न हो। प्रीपेमेंट या फोरक्लोजर चार्ज: कुछ बैंक समय से पहले कर्जा चुकाने पर बकाया मूलधन का 2-5 फीसदी तक चार्ज लेती हैं।
जुर्माना
देना पड़ सकता है जुर्माना
देर से भुगतान पर जुर्माना: लोन की किस्त (EMI) भुगतान में देरी होने पर विलंब शुल्क के रूप में जुर्माना लग सकता है। ये शुल्क आमतौर पर बकाया EMI राशि के 1-2 फीसदी के बीच होता है। अन्य लागू शुल्क: राज्य के कानूनों के अनुसार वैधानिक शुल्क और स्टांप शुल्क लागू होते हैं। इसके अलावा बैंक खाते में पर्याप्त राशि न होने के कारण EMI का भुगतान नहीं हो पाता है तो आपको 'बाउंस शुल्क' देना होगा।