
शेयर बाजार पर ट्रंप के H-1B वीजा शुल्क का असर, IT शेयरों में दर्ज हुई गिरावट
क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा H-1B वीजा शुल्कों में बढ़ोतरी किए जाने के बाद आज (22 सितंबर) भारतीय शेयर बाजार में IT शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है। आज सुबह-सुबह निफ्टी IT 3.5 प्रतिशत से ज्यादा टूटा गया, जबकि बेंचमार्क निफ्टी लगभग 0.5 प्रतिशत गिर गया। ट्रंप ने आदेश पर हस्ताक्षर कर शुल्क बढ़ाकर 1 लाख डॉलर (लगभग 88 लाख रुपये) कर दिया। यह नए आवेदनों पर लागू होगी और इसका असर आने वाले वर्षों में दिखाई देगा।
असर
शेयर बाजार में बड़ा असर
सोमवार को निफ्टी के सभी IT शेयर लाल निशान में रहे। टेक महिंद्रा 5.8 प्रतिशत तक गिरा, जबकि एम्फैसिस और पर्सिस्टेंट सिस्टम्स में 5 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट हुई। TCS, विप्रो, HCL टेक, इंफोसिस, कोफोर्ज और LTIमाइंडट्री के शेयरों में भी 3-5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई। ओरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज का स्टॉक 1.4 प्रतिशत गिरा। निवेशक नई नीति से कंपनियों की लागत बढ़ने की आशंका से सतर्क नजर आए।
असर
भारतीय IT कंपनियों पर असर
विशेषज्ञों का कहना है कि नई शुल्क वृद्धि भारतीय IT कंपनियों के ऑन-साइट स्टाफिंग पर दबाव डाल सकती है। हालांकि, कंपनियों ने पहले ही H-1B वीजा पर निर्भरता कम कर दी है। अब लगभग 20 प्रतिशत कर्मचारी ऑन-साइट हैं, जिनमें 20-30 प्रतिशत ही H-1B वीजा पर हैं। यह सीमित जोखिम उन्हें आंशिक सुरक्षा देता है। शुल्क का वास्तविक प्रभाव वित्त वर्ष 2027 के आवेदनों पर दिखाई देने की उम्मीद है।