
टाटा समूह का बाजार पूंजीकरण 6,600 अरब रुपये घटा, जानिए क्या रहा कारण
क्या है खबर?
टाटा समूह ने इस साल अपने बाजार मूल्य में 75 अरब डॉलर (6,600 अरब रुपये) से ज्यादा का नुकसान हुआ है। सबसे तगड़ा झटका पिछले कुछ सप्ताहों में अमेरिकी वीजा नियमों में बदलाव से लेकर टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली जगुआर लैंड रोवर (JLR) पर हुए साइबर हमले जैसी चुनौतियों के कारण लगा है। इस कारण शुक्रवार को इस सबसे बड़े भारतीय समूह की 16 कंपनियों का संयुक्त बाजार मूल्य लगभग 2 साल के निचले स्तर पर आ गया।
TCS
TCS को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से 19 सितंबर को अमेरिकी वर्क-वीजा नियमों को कड़ा करने और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) पर दबाव डालने के बाद समूह को बाजार मूल्याकंन में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। इस दौरान बाजार पूंजीकरण लगभग 20 अरब डॉलर (करीब 1,760 अरब रुपये) का नुकसान हुआ है, जो इस साल की कुल गिरावट का 5वां हिस्सा है। TCS के पूंजीकरण में यह 2020 के बाद से सबसे बड़ी गिरावट है।
JLR
साइबर हमले ने भी दिया झटका
पिछले सप्ताह साइबर हमले के कारण JLR के प्लांट ठप हो जाने के बाद टाटा मोटर्स के शेयरों में लगभग 5 फीसदी की गिरावट आई थी। लग्जरी कार निर्माता ने आपूर्तिकर्ताओं पर दबाव कम करने के लिए ब्रिटेन सरकार से 2 अरब डॉलर (175 अरब रुपये) का ऋण प्राप्त किया था। रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार तक टाटा समूह की 16 सूचीबद्ध कंपनियों में से 12 के शेयरों में गिरावट दर्ज हुई है।