सॉफ्टबैंक ने एनवीडिया में अपनी पूरी हिस्सेदारी लगभग 510 अरब रुपये में बेची
क्या है खबर?
जापानी निवेश होल्डिंग कंपनी सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प ने अमेरिकी चिप निर्माता एनवीडिया में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी है। यह फैसला कंपनी के संस्थापक मासायोशी सोन की नई रणनीति के तहत लिया गया है, जिसमें वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्षेत्र में अधिक निवेश करने की तैयारी कर रहे हैं। टोक्यो स्थित यह कंपनी AI और टेक्नोलॉजी कंपनियों में तेजी से अपने निवेश बढ़ा रही है, ताकि भविष्य में इस क्षेत्र में अपनी पकड़ और मजबूत कर सके।
मुनाफा
सॉफ्टबैंक को हिस्सेदारी बिक्री से हुआ बड़ा मुनाफा
एनवीडिया की हिस्सेदारी बेचने से सॉफ्टबैंक को लगभग 510 अरब रुपये का मुनाफा हुआ है, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति और मजबूत हुई है। मार्च के अंत तक कंपनी की एनवीडिया में हिस्सेदारी करीब 3 अरब डॉलर थी। इस सौदे और विजन फंड स्टार्टअप से हुए लाभ के चलते सॉफ्टबैंक ने दूसरी तिमाही में 2.5 लाख करोड़ येन (लगभग 1,400 अरब रुपये) की रिकॉर्ड शुद्ध आय दर्ज की, जो अनुमानित आय से कई गुना अधिक रही।
निवेश
AI और टेक्नोलॉजी कंपनियों में बढ़ा निवेश
सॉफ्टबैंक के पोर्टफोलियो में अब OpenAI और ओरेकल कॉर्प जैसी प्रमुख AI कंपनियां शामिल हैं। इन निवेशों ने कंपनी के शेयरों को नई ऊंचाई दी है, जिससे सितंबर तक 78 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। सोन अब एआई और चिप तकनीक पर आक्रामक रूप से निवेश बढ़ा रहे हैं। उन्होंने स्टारगेट डाटा सेंटर, OpenAI में 30 अरब डॉलर (लगभग 2,650 अरब रुपये) के निवेश और एरिजोना के AI हब में भागीदारी जैसी कई योजनाओं पर काम शुरू किया है।
चुनौतियां
भविष्य के निवेशों के लिए नई चुनौतियां
सॉफ्टबैंक के सामने अब नए निवेशों के लिए फंडिंग का संतुलन बनाना एक बड़ी चुनौती है। कंपनी को OpenAI के लिए 20 अरब डॉलर (लगभग 1,800 अरब रुपये) और एम्पीयर कंप्यूटिंग LLC के अधिग्रहण के लिए 6.5 अरब डॉलर (लगभग 570 अरब रुपये) की जरूरत होगी। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, अब सॉफ्टबैंक के शेयर पहले जितने 'सस्ते' नहीं रहे हैं। इसलिए यह समय कंपनी के लिए मुनाफा वसूली और नई रणनीति अपनाने का सबसे उपयुक्त अवसर माना जा रहा है।