क्या EMI या निवेश के लिए क्रेडिट कार्ड का करना चाहिए इस्तेमाल?
क्या है खबर?
आज कई बैंक और फिनटेक प्लेटफॉर्म क्रेडिट कार्ड से EMI, SIP, इंश्योरेंस प्रीमियम और छोटी बचत करने की सुविधा दे रहे हैं। युवा प्रोफेशनल्स इस सुविधा को आसान मानकर निवेश और मासिक किस्तें कार्ड से भरने लगे हैं। शुरुआत में यह तरीका फायदेमंद लगता है, क्योंकि बिल बाद में आता है और रिवॉर्ड पॉइंट भी मिलते हैं। हालांकि, बड़ा सवाल यह है कि क्या यह आदत वास्तव में वित्तीय मजबूती बढ़ाती है या लंबे समय में बोझ बढ़ाती है।
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शॉर्ट-टर्म राहत के पीछे छिपा जोखिम
कार्ड से EMI या निवेश करने पर शुरुआती महीनों में आराम महसूस होता है, क्योंकि पेमेंट तुरंत बैंक अकाउंट से नहीं जाता। मुश्किल तब होती है जब आय में देरी हो जाए या कई कार्ड खर्च एक साथ बढ़ जाएं। अगर बिल पूरा न चुकाया जाए तो क्रेडिट कार्ड का इंटरेस्ट किसी भी लोन की लागत से ज्यादा होता है। छोटी गलती महीनों की बनाई वित्तीय योजना बिगाड़ सकती है और कार्ड डिफॉल्ट सीधे क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचाता है।
#2
कर्ज और निवेश को मिलाने का खतरा
क्रेडिट कार्ड अनसिक्योर्ड कर्ज होते हैं। जब आप SIP या जमा योजना कार्ड पर करते हैं, तो असल में उधार पैसे से निवेश कर रहे होते हैं। शेयर बाजार में गिरावट या अचानक पैसे की जरूरत पड़ने पर यह तरीका भारी पड़ सकता है। निवेश का रिटर्न अक्सर उस अप्रत्यक्ष ब्याज को कवर नहीं कर पाता जो कार्ड पर लगता है। EMI भी कार्ड पर करने से बोझ कम नहीं होता बल्कि सिर्फ टलता है।
#3
कार्ड का जिम्मेदार इस्तेमाल कैसे करें?
क्रेडिट कार्ड का सही उपयोग तभी है जब इसे छोटे और प्लान किए गए खर्चों तक सीमित रखा जाए। EMI या निवेश जैसे नियमित काम सीधे बैंक अकाउंट से होने चाहिए ताकि वित्तीय अनुशासन बना रहे। कार्ड का बिल समय पर चुकाने, अपनी लिमिट से कम खर्च करने और अनावश्यक EMI से बचने से क्रेडिट स्कोर सुरक्षित रहता है। ऐसा करने से बचत और कर्ज के बीच संतुलन बना रहता है और भविष्य की वित्तीय योजना मजबूत होती है।