SBI ने अपनी मोबाइल ऐप 'योनो 2.0' में क्या-क्या बदलाव किए?
क्या है खबर?
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने डिजिटल बैंकिंग प्लेटफॉर्म का एडवांस वर्जन योनो 2.0 (YONO 2.0) लॉन्च किया है। यह मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग को एक ही प्लेटफॉर्म पर जोड़ता है। यह कदम योनो के लॉन्च के 8 साल बाद 50 करोड़ से अधिक ग्राहकों के लिए डिजिटल पहुंच को सुव्यवस्थित करने के लिए उठाया गया है। आइये जानते हैं योनो प्लेटफॉर्म में क्या-क्या बदलाव किए गए हैं और इससे यूजर्स पर क्या असर पड़ेगा।
उपयोग
विभिन्न डिवाइस पर स्विच करना आसान
योनो 2.0 के तहत मोबाइल ऐप और इंटरनेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म अब एक साझा यूजर इंटरफेस और तकनीकी आधार का उपयोग करते हैं, जिससे ग्राहक बिना किसी रुकावट के विभिन्न डिवाइस के बीच आसानी से स्विच कर सकते हैं। इसका मतलब है कि वे अपने मोबाइल और लैपटॉप पर इसका उपयोग एक समान ही कर पाएंगे। इसमें KYC प्रक्रिया को आसान बनाया गया है और विभिन्न उत्पादों और सेवाओं का उपयोग करते समय बार-बार सत्यापन से गुजरने की आवश्यकता नहीं होगी।
भाषा
कई भाषाओं में उपलब्ध कराने की योजना
अपडेट किया गया प्लेटफॉर्म फिलहाल अंग्रेजी और हिंदी में उपलब्ध है और SBI चरणबद्ध तरीके से 15 भाषाओं तक के लिए समर्थन शुरू करने की योजना बना रहा है। बैंक ने कहा कि इस विस्तार का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों के यूजर्स के लिए पहुंच में सुधार करना है। योनो 2.0 में स्थिरता से जुड़ी विशेषताएं भी शामिल हैं। इसके जरिए कार्बन फुटप्रिंट ट्रैकिंग और एक ग्रीन स्कोर भी है, जो उत्सर्जित कुल ग्रीनहाउस गैसों को मॉनिटर करता है।