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कच्चे तेल पर यूरोपीय संघ के प्रतिबंध का रिलायंस को होगा नुकसान, जानिए क्या है कारण 
यूरोप रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए बड़ा निर्यातक देश है (तस्वीर: फ्रीपिक)

कच्चे तेल पर यूरोपीय संघ के प्रतिबंध का रिलायंस को होगा नुकसान, जानिए क्या है कारण 

Jul 19, 2025
06:07 pm

क्या है खबर?

यूरोपीय संघ (EU) ने हाल ही में रूस से कच्चे तेल और ईंधन के आयात पर प्रतिबंध कड़े कर दिए हैं। इससे भारत में 2 प्रमुख तेल कंपनियों- रिलायंस इंडस्ट्रीज और नायरा एनर्जी को नुकसान हो सकता है। दोनों के लिए यूरोप एक महत्वपूर्ण निर्यात बाजार है। इससे रिलायंस के अध्यक्ष मुकेश अंबानी को तगड़ा आर्थिक नुकसान हो सकता है। यूरोपीय संघ ने रूसी तेल की कीमत सीमा 60 डॉलर (5,100 रुपये) से घटाकर 47.6 डॉलर (4,000)/बैरल कर दी है।

रिलायंस 

रिलायंस के सामने आएगी यह परेशानी 

रिलायंस इंडस्ट्रीज का रूसी तेल कंपनी रोसनेफ्ट के साथ एक महत्वपूर्ण अनुबंध है, जिसमें रियायती दरों पर रूसी कच्चे तेल की खरीद शामिल है। अब कंपनी के सामने यह समस्या है कि वह रूसी तेल लेना जारी रखती है तो उसे ज्यादा मुनाफे वाले यूरोपीय डीजल बाजार से हाथ धोना पड़ सकता है। अगर, वह रूस से तेल लेना बंद करती है तो दूसरी जगह से किफायती कच्चा तेल लेना मुश्किल होगा। दोनों ही स्थितियों में उसे नुकसान उठाना पड़ेगा।

नायरा एनर्जी

नायरा एनर्जी को क्या होगा नुकसान?

इसके अलावा, यूरोपीय संघ रूसी तेल परिवहन में शामिल किसी भी जहाज निशाना बनाएगा और नायरा एनर्जी पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। नायरा एनर्जी का 49 फीसदी स्वामित्व रूसी तेल कंपनी रोसनेफ्ट के पास है। उसे यूरोप में पेट्रोलियम उत्पाद बेचने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। कंपनी को यूरोप में बैंकिंग और तकनीकी सहायता तक पहुंच में भी बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि भारत EU के एकतरफा प्रतिबंधों के खिलाफ है।