भारत में सिर्फ नौ अमीरों के पास देश के 50 प्रतिशत लोगों से ज्यादा पैसा- रिपोर्ट
क्या है खबर?
पिछले एक साल में भारतीय अरबपतियों की संपत्ति में रोजना Rs. 2,200 करोड़ का इजाफा हुआ है।
ऑक्सफैम रिपोर्ट के मुताबिक, देश के सबसे अमीर एक प्रतिशत लोग पिछले साल 39 प्रतिशत अमीर हुए हैं जबकि 50 प्रतिशत गरीब आबादी सिर्फ 3 प्रतिशत अमीर हुई है।
वैश्विक स्तर पर अरबपतियों की संपत्ति 12 प्रतिशत रोजाना की दर से बढ़कर $2,500 करोड़ हो गई है। वहीं सबसे गरीब 50 प्रतिशत लोगों की संपत्ति 11 प्रतिशत कम हुई है।
रिपोर्ट
अमीरों और गरीबों के बीच बढ़ती खाई
ऑक्सफैम ने पांच दिवसीय वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम (WEF) के शुरु होने से पहले यह रिपोर्ट जारी की है।
ऑक्सफैम ने इस बैठक में शामिल होने वाले नेताओं और उद्योगपतियों से अमीरी और गरीबी के बीच बढ़ती खाई को कम करने के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग की है।
ऑक्सफैम ने कहा कि इस बढ़ती असमानता से दुनियाभर में लोगों के बीच गुस्सा बढ़ रहा है और इसका असर अर्थव्यवस्थाओं पर भी पड़ रहा है।
संपत्ति
केंद्रित हो रही है संपत्ति
इस रिपोर्ट में सामने आया है चुनिंदा लोगों के पास अधिकतर संपत्ति केंद्रित हो रही है।
पिछले साल 44 लोगों के पास दुनियाभर के 380 करोड़ लोगों के बराबर संपत्ति थी। इस बार यह संख्या घटकर 44 से 26 हो गई है।
दुनिया के सबसे अमीर आदमी जेफ बेजोस की संपत्ति में $1,200 करोड़ का इजाफा हुआ। उनकी कुल संपत्ति का एक प्रतिशत इथोपिया के कुल स्वास्थ्य बजट के बराबर है।
असर
लोकतंत्र को प्रभावित कर रही है असमानता- रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 10 प्रतिशत लोग 77.4 प्रतिशत लोगों के बराबर संपत्ति रखते हैं।
वहीं अगर शीर्ष एक प्रतिशत लोगों की बात करें तो इनके पास देश के सबसे गरीब 51.53 प्रतिशत लोगों के बराबर संपत्ति है।
देश की सबसे गरीब 60 फीसदी आबादी के पास केवल 4.8 प्रतिशत संपत्ति है। ऑक्सफैम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उच्च स्तर की धन असमानता लोकतंत्र को प्रभावित करती है।
अनुमान
भारत में हर रोज बनेंगे 70 नए करोड़पति
रिपोर्ट में अनुमान जताया गया कि 2018 से 2022 के बीच भारत में रोजाना 70 करोड़पति (डॉलर में) बनेंगे।
ऑक्सफैम ने बताया कि बीते साल भारत में 18 नए अरबपति बने। अब तक भारत में कुल 119 अरबपति हैं और इनकी कुल संपत्ति बढ़कर Rs. 28 लाख करोड़ हो गई है।
अगर भारत के सबसे अमीर एक प्रतिशत लोग 0.5 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स देते हैं तो इससे स्वास्थ्य के क्षेत्र पर खर्च होने वाली राशि 50 प्रतिशत बढ़ सकती है।
जानकारी
अंबानी की संपत्ति से कम है कई सेक्टर्स का बजट
बतौर रिपोर्ट्स, भारत में केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर मेडिकल, पब्लिक हेल्थ, सेनिटेशन और जलापूर्ति पर Rs. 2,08,166 करोड़ खर्च करती है। यह पैसा भारत के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति Rs. 2.8 लाख करोड़ से काफी कम है।