माइक्रोसॉफ्ट पर ग्राहकों को गुमराह करने का लगा आरोप, लग सकता है जुर्माना
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया के प्रतिस्पर्धा नियामक ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) असिस्टेंस कोपायलट के लिए भुगतान करने में ग्राहकों को गुमराह करने पर माइक्रोसॉफ्ट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की है। इसमें तकनीकी दिग्गज पर आरोप लगाया गया है कि उसने कोपायलट को शामिल करने के बाद ग्राहकों को उच्च कीमत वाली माइक्रोसॉफ्ट 365 स्कीम्स खरीदने के लिए गुमराह किया है। ऑस्ट्रेलियाई प्रतिस्पर्धा और उपभोक्ता आयोग (ACCC) के अनुसार, अक्टूबर 2024 से कंपनी ने लगभग 27 लाख ग्राहकों को भ्रमित किया है।
आरोप
कंपनी ने ऐसे किया गुमराह
ACCC ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट ने यह कहकर ग्राहकों को गुमराह किया कि उन्हें नए, अधिक महंगे व्यक्तिगत और पारिवारिक सब्सक्रिप्शन प्लांस में अपग्रेड करने की आवश्यकता है, जिसमें कोपायलट शामिल है। नियामक ने आरोप लगाया कि कंपनी यह स्पष्ट करने में विफल रही कि कोपायलट के बिना माइक्रोसॉफ्ट 365 का कम लागत वाला क्लासिक वर्जन उपलब्ध रहेगा। ग्राहकों को इस विकल्प के बारे में रद्दीकरण प्रक्रिया शुरू होने के बाद ही सूचित किया गया।
जुर्माना
कंपनी को कितना देना पड़ सकता है जुर्माना?
ऑस्ट्रेलियाई कानून के तहत भ्रामक आचरण के दोषी पाए जाने वाली कंपनियों को अधिकतम 5 करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (285 करोड़ रुपये) प्राप्त लाभ का 3 गुना या उल्लंघन अवधि के दौरान कारोबार का 30 प्रतिशत जुर्माना देना पड़ सकता है। नियामक के अनुसार, AI असिस्टेंस जोड़ने के बाद माइक्रोसॉफ्ट 365 पर्सनल प्लान की वार्षिक कीमत 45 प्रतिशत बढ़कर 159 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (करीब 9,000 रुपये) और फैमिली प्लान की 29 प्रतिशत बढ़कर 179 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (करीब 10,200 रुपये) हो गई।