लेंसकार्ट के शेयरों की बाजार में कमजोर शुरुआत, IPO मूल्य से नीचे खिसके
क्या है खबर?
आईवियर कंपनी लेंसकार्ट के शेयरों की आज (10 नवंबर) शेयर बाजार में कमजोर शुरुआत हुई। कंपनी का शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 395 रुपये और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर 390 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ, जो इसके IPO मूल्य से लगभग 3 प्रतिशत कम है। 7,278 करोड़ रुपये के इस IPO को 31 अक्टूबर से 4 नवंबर के बीच 28 गुना से अधिक सब्सक्रिप्शन मिला था, लेकिन ग्रे मार्केट की उम्मीदों के मुताबिक लिस्टिंग प्रीमियम नहीं मिली।
पूंजीकरण
IPO के बाद बाजार पूंजीकरण में मामूली गिरावट
लेंसकार्ट की शेयर लिस्टिंग के बाद कंपनी का बाजार पूंजीकरण करीब 67,659 करोड़ रुपये रहा। IPO का मूल्य दायरा 382 से 402 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था, जबकि लिस्टिंग इसके ऊपरी स्तर से नीचे रही। बाजार में यह धीमी शुरुआत कंपनी के हालिया घाटे और उच्च मूल्यांकन को लेकर चिंताओं को दर्शाती है। हालांकि, कंपनी की मजबूत ब्रांड पहचान और विस्तार योजनाएं निवेशकों के भरोसे को बनाए रखे हुए हैं।
संभावनाएं
निवेशकों के लिए रणनीति और भविष्य की संभावनाएं
विशेषज्ञों के अनुसार, लेंसकार्ट की धीमी लिस्टिंग के बावजूद इसकी दीर्घकालिक संभावनाएं भी अच्छी बनी हुई हैं। निवेशक अपने शेयरों को मध्यम से लंबी अवधि के लिए होल्ड कर सकते हैं, क्योंकि कंपनी के मुनाफे और स्टोर नेटवर्क में आगे सुधार की संभावना है। वहीं, अल्पकालिक निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहने की सलाह दी गई है। स्टॉप लॉस का स्तर करीब 350 रुपये बताया गया है, जिससे जोखिम सीमित रहेगा।
इस्तेमाल
IPO की राशि का होगा रणनीतिक इस्तेमाल
कंपनी IPO से जुटाई गई राशि का उपयोग भारत में नए कोको (कंपनी-स्वामित्व वाले) स्टोर खोलने और उनके किराया एवं लाइसेंस भुगतान में करेगी। इसके अलावा, यह धनराशि तकनीक, क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर, मार्केटिंग और संभावित अधिग्रहणों में निवेश के लिए भी इस्तेमाल होगी। लेंसकार्ट का लक्ष्य अपने ब्रांड की पहचान बढ़ाना और व्यवसाय का विस्तार करना है, जिससे आने वाले वर्षों में कंपनी की बाजार स्थिति और अधिक मजबूत हो सके।