इन 5 कारणों से अटक सकता है बीमा क्लेम, जानिए इनसे कैसे बचें
क्या है खबर?
भारत में बीमा कंपनियां हर साल लाखों बीमा क्लेम का निपटारा करती हैं और उनमें से ज्यादातर स्वीकृत हो जाते हैं। कई मौके ऐसे आते हैं, जब इसमें समस्या पैदा हो जाती है। यह दस्तावेजों में बताई गई जानकारी का मिलान नहीं होने, समय-सीमा चूक जाने या पॉलिसी के वास्तविक कवरेज को गलत समझ लेने के कारण होता है। आज हम आपको बार-बार आने वाले 5 ऐसे कारणों के बारे में बता रहे हैं, जिससे बीमा क्लेम अटक सकता है।
#1
समाप्त या निष्क्रिय पॉलिसी
कई क्लेम इस कारण कैंसिल हो जाते हैं, क्योंकि घटना के समय पॉलिसी एक्टिव नहीं थी। जीवन बीमा में एक भी प्रीमियम छूट जाने पर या स्वास्थ्य या मोटर बीमा में नवीनीकरण की अवधि समाप्त हो जाने पर कवरेज तुरंत बंद हो जाता है। पॉलिसी की तिथि घटना से एक दिन पहले भी समाप्त हो गई हो तो क्लेम अटक जाएगा। पॉलिसी को एक्टिव रखने के लिए रिन्यूअल रिमाइंडर, ग्रेस पीरियड और ऑटो-डेबिट सेटिंग्स की जांच करें।
#2
निर्धारित समय सीमा के बाद क्लेम
हर बीमा कंपनी दावे की सूचना देने के लिए सख्त समय-सीमा तय करती है। स्वास्थ्य बीमा में अस्पताल में भर्ती होने की सूचना अक्सर 24 घंटों के भीतर देनी होती है। मोटर बीमा में मरम्मत कार्य शुरू होने से पहले बीमाकर्ता को सूचित करना जरूरी है। देर से सूचना देने पर बीमा कंपनी दावे की प्रामाणिकता पर सवाल उठा सकती है और दावे खारिज हो सकते हैं। समय पर एक फोन कॉल या ऐप से सूचना देना सही रहता है।
#3
मेडिकल हिस्ट्री का खुलासा न करना
स्वास्थ्य और जीवन बीमा दावों के खारिज होने का सबसे बड़ा कारण चिकित्सा स्थितियों का अधूरा खुलासा है। थायरॉइड की समस्या, पुराना फ्रैक्चर, हाई ब्लड प्रेशर या पिछली सर्जरी जैसी छोटी-छोटी बातें भी महत्वपूर्ण जानकारी मानी जा सकती हैं। अगर, पॉलिसी लेते समय इसकी घोषणा नहीं की गई थी तो बीमा कंपनी कानूनी तौर पर क्लेम को खारिज कर सकती है। इसलिए, पहले ही पूरी जानकारी दे दी जाए, भले ही आपको वह जानकारी महत्वहीन लगे।
#4
पॉलिसी बहिष्करणों को गलत समझना
सभी बीमा पॉलिसियों में बहिष्करण होते हैं और यही अस्वीकृति का एक प्रमुख कारण हैं। स्वास्थ्य बीमा में दंत चिकित्सा, मातृत्व, प्रतीक्षा अवधि के वर्षों के लिए पहले से मौजूद बीमारियां या एडवेंचर खेलों से लगी चोटें शामिल नहीं होती। मोटर बीमा में दुर्घटनाओं से बाहर की यांत्रिक खराबी और जीवन बीमा में पहले वर्ष में आत्महत्या और अवैध गतिविधियों से होने वाली मौतों को शामिल नहीं किया जाता। इन्हें गलत तरह से समझने के कारण क्लेम अटक जाता है।
#5
दस्तावेजों की कमी
अस्पताल के बिलों का गुम होना, बिना हस्ताक्षर के डिस्चार्ज टिकट, दुर्घटना के मामलों में प्राथमिकी का न होना या संपत्ति के दावों में स्वामित्व के प्रमाण का अभाव अस्वीकृति के सामान्य कारण हैं। बीमाकर्ताओं को ऐसे दस्तावेजों की आवश्यकता होती है, जो घटना, समय और वित्तीय नुकसान को स्पष्ट रूप से दर्शाते हों। बिल, प्राथमिकी प्रतियां, परीक्षण रिपोर्ट और चालान डिजिटल रूप में संग्रहीत करने से पूरी प्रक्रिया आसान हो सकती है।