
इजरायल-ईरान तनाव: कच्चे तेल के दामों में आएगा जबरदस्त उछाल, जानिए कारण
क्या है खबर?
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने दूसरे देशों की परेशानी बढ़ा दी है। इसका सीधा असर कच्चे तेल की कीमत पर पड़ता हुआ दिख रहा है।
विश्लेष्कों का कहना है कि अगर, ये तनाव जारी रहा तो कच्चे तेल की कीमत 103 प्रतिशत बढ़कर 150 डॉलर (करीब 12,750 रुपये) प्रति बैरल के पार जा सकती है।
अगर, दोनों के बीच हालात नियंत्रित में रहते हैं तो ऊर्जा बाजार जल्दी से फिर से पटरी पर आ जाएगा।
इजाफा
पहले हमले के बाद ही बढ़ गए दाम
पिछले सप्ताह ईरान पर इजरायली हवाई हमलों ने ईंधन की कीमतों को प्रभावित किया था, जिससे कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की कीमतों में उछाल आ गया।
ईरान पर इजरायली मिसाइल गिरते ही शुक्रवार को क्रूड ऑयल की कीमत में करीब 7 से 8 प्रतिशत का इजाफा हो गया।
इसके चलते कीमत 78.5 डॉलर (करीब 6,672 रुपये) प्रति बैरल पर पहुंच गई थीं, जो बाद में गिरकर 75 डॉलर (करीब 6,375 रुपये) प्रति बैरल पर आ गई।
आपूर्ति
आपूर्ति में आ सकता है व्यवधान
तेल के प्रमुख उत्पादक देशों में संयुक्त अरब अमीरात (UAE), सऊदी अरब और कतर जैसे देश हैं।
ऐसे में अगर ईरान और इजरायल के बीच तनाव बंद नहीं होता है तो जिस रास्ते से रिफाइंड प्रोडक्टस या LNG की सप्लाई होती है, उसे स्ट्रेट ऑफ होर्मुज के बंद होने के बाद तेल की आपूर्ति रुक सकती है।
भारत भी इन देशों से काफी तेल आयात करता है, ऐसे में आपूर्ति रुकने से यहां भी संकट खड़ा हो सकता है।