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हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स करेगी 3 साल के भीतर तेजस लड़ाकू विमान तैयार, बताई डिलीवरी योजना 
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स तेजस लडाकू विमान की डिलीवरी 3 साल के भीतर शुरू करेगी (तस्वीर: एक्स/@VivekSi85847001)

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स करेगी 3 साल के भीतर तेजस लड़ाकू विमान तैयार, बताई डिलीवरी योजना 

Nov 19, 2025
03:02 pm

क्या है खबर?

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (HAL) अगले 24-36 महीनों में स्वदेशी रूप से विकसित 8 तेजस Mk1A लड़ाकू विमानों की डिलीवरी करेगी। यह भारत की रक्षा विनिर्माण क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इसके बाद बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू होगा। सूत्रों के अनुसार, धीमी शुरुआत के कारण उत्पादन में वृद्धि चौथे वर्ष के करीब पहुंच गई। इसको लेकर उसने जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के साथ इंजन आपूर्ति समझौता किया है। इसके तहत लड़ाकू विमानों के लिए 113 F404-GE-IN20 इंजन शामिल हैं।

कारण 

इस कारण धीमा पड़ा पहला चरण 

सूत्र ने मनीकंट्रोल को बताया, "HAL और GE को आपूर्ति की रूपरेखा तय करने से पहले बढ़ती लागत पर एकमत होना पड़ा। पहला चरण स्वाभाविक रूप से धीमा है। इस वजह से शुरुआत में 24-36 महीनों में 8 विमानों की ही डिलीवरी होगी।" आंतरिक डिलीवरी चार्ट से पता चलता है कि 24 विमानों की 3 खेप 37, 49 और 61 महीनों के बाद तैयार की जाएंगी। 12 तेजस लड़ाकू विमानों की अंतिम खेप 73-84 महीनों के लिए निर्धारित है।

अंतिम बैच 

7वें साल में होगी अंतिम बैच की डिलीवरी 

कंपनी के अधिकारी ने बताया कि एक बार जब लाइन स्थिर हो जाएगी तो 24 जेट विमानों के 3 पूरे ब्लॉक लगभग एक के बाद एक भेजे जाएंगे। अंतिम 12 यूनिट का बैच 7वें साल के आस-पास Mk1A ऑर्डर को पूरा करेगा। इसके बाद, अतिरिक्त वेरिएंट की डिलीवरी की योजना बनाई जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि इंजनों की संख्या जीवनचक्र आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए निर्धारित की है। फिलहाल 113 इंजनों का अनुबंध किया गया है।