अडाणी एंटरप्राइजेज 13,500 करोड़ रुपये में करेगी जयप्रकाश एसोसिएट्स का अधिग्रहण, मिली मंजूरी
क्या है खबर?
अडाणी एंटरप्राइजेज ने जयप्रकाश एसोसिएट्स (JAL) के अधिग्रहण के लिए 13,500 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को लेनदारों से सर्वसम्मति से मंजूरी मिल गई है। वेदांता ने अधिक धन की पेशकश की थी, लेकिन लेनदारों को अडाणी की जल्दी पैसा देने की योजना अधिक पसंद आई। सितंबर में हुई नीलामी में वेदांता ने सबसे ज्यादा 17,000 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। JAL भारत का दिग्गज इंफ्रास्ट्रक्चर समूह रहा है, लेकिन अब दिवालियापन की कार्यवाही का सामना कर रहा है।
प्रस्ताव
अडाणी कंपनी ने दिया था यह प्रस्ताव
अडाणी समूह की ओर से केवल 1.5-2 साल में ऋण चुकाने का वादा किया था, जबकि वेदांत ने 5 साल की योजना पेश की थी। लेनदार अपना पैसा जल्द से जल्द वापस पाना चाहते थे और इसी कारण उन्होंने गौतम अडाणी की कंपनी के पक्ष में अपना मतदान किया। डालमिया भारत और जिंदल पावर जैसी अन्य कंपनियों ने भी इसमें इस डील में हाथ आजमाया था। यह निर्णय अंतिम अनुमोदन के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NARCL) के पास जाएगा।
मतदान
प्रस्ताव लेनदारों ने दिया समर्थन
पिछले सप्ताह जयप्रकाश एसोसिएट्स के लेनदारों की समिति की ओर से तैयार की गई एक स्कोर शीट में अडाणी एंटरप्राइजेज को सबसे ज्यादा अंक दिए गए। रिपोर्ट के अनुसार, कुछ ऋणदाताओं ने इस स्कोरिंग प्रणाली को चुनौती दी है। नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी सबसे बड़ी लेनदार है, जबकि JAL का कुल बकाया ऋण 55,000 करोड़ रुपये है। मंगलवार रात 9 बजे मतदान संपन्न हुआ, जिससे अडाणी की पसंदीदा समाधान आवेदक के रूप में स्थिति मजबूत हो गई।