
इस हफ्ते 3.3 प्रतिशत कम हुई सोने की कीमतें, क्या है इस गिरावट की वजह?
क्या है खबर?
सोने की कीमतों में इस हफ्ते लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। आज (16 मई) भी यह 0.8 प्रतिशत गिरकर 3,213.56 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। यह नवंबर, 2024 के बाद सबसे खराब साप्ताहिक प्रदर्शन हो सकता है। इस हफ्ते में अब तक 3.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है। भारत में भी गिरावट दिखी है, जहां 24 कैरेट सोना 9,513 रुपये, 22 कैरेट 8,720 रूपये और 18 कैरेट 7,135 रुपये प्रति ग्राम पर कारोबार कर रहा है।
वजह
डॉलर की मजबूती से असर
डॉलर में लगातार मजबूती से सोने की चमक फीकी हुई है। इस हफ्ते डॉलर इंडेक्स में 0.4 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, जो लगातार चौथा हफ्ता है। डॉलर महंगा होने से अन्य देशों के खरीदारों के लिए सोना खरीदना मुश्किल हो जाता है। अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स भी 0.3 प्रतिशत गिरकर 3,217.20 डॉलर प्रति औंस हो गया। डॉलर की यह मजबूती सोने की अंतरराष्ट्रीय मांग को कमजोर बना रही है, जिससे कीमत में गिरावट दिख रही है।
व्यापार तनाव
व्यापार तनाव कम होने का असर
अमेरिका-चीन व्यापार तनाव में कमी से भी सोने की मांग पर असर पड़ा है। बाजार को उम्मीद है कि दोनों देश टैरिफ कम करेंगे, जिससे भू-राजनीतिक खतरे घटते हैं। इससे सोने की सेफ-हैवन मांग घटी है। विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार में इस हफ्ते बिकवाली तेज हुई है। निवेशकों को अब उतनी चिंता नहीं रही, जिसके चलते वे अब सुरक्षित निवेश के रूप में सोना नहीं खरीद रहे हैं।
ब्याज दर
ब्याज दरों की उम्मीद कमजोर
अमेरिकी आर्थिक आंकड़े भी मिले-जुले रहे हैं, जिससे दरों में कटौती की उम्मीदें कमजोर हुई हैं। फेडरल रिजर्व के गवर्नर ने कहा कि अर्थव्यवस्था मजबूत है और मुद्रास्फीति 2 प्रतिशत की ओर जा रही है। अगर दरों में कटौती नहीं होती, तो सोने की कीमतों में तेजी मुश्किल है। हालांकि, कई निवेशक गिरती कीमतों को खरीद का मौका मान रहे हैं। भारत में शादी का सीजन करीब है, जिससे निवेश फिर से बढ़ सकता है।