
नई ऊंचाई पर सोने की कीमत, क्या है लगातार तेजी की वजह?
क्या है खबर?
सोने की कीमत लगातार नई ऊंचाइयों को छू रही है। आज (8 सितंबर) फिर भारत के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने ने रिकॉर्ड बनाया है। MCX पर सोना 1,07,807 रुपये प्रति 10 ग्राम के शिखर पर पहुंचकर 1,07,740 रुपये पर बंद हुआ। इस सप्ताह सोने में 3.80 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त दर्ज हुई। वहीं, कॉमेक्स पर सोना 3,653.30 रुपये प्रति औंस पर बंद हुआ। साल-दर-साल देखें तो सोने की कीमतों में लगभग 35 प्रतिशत की तेजी आई है।
#1
आर्थिक आंकड़े और ब्याज दरें
सोने की बढ़ती कीमतों की बड़ी वजह अमेरिका के कमजोर आर्थिक आंकड़े और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरें घटाने की संभावना है। अगस्त में अमेरिकी श्रम बाजार उम्मीद से कमजोर रहा और बेरोजगारी दर 4.3 प्रतिशत तक पहुंच गई, जिससे निवेशकों का रुख सुरक्षित विकल्पों की ओर बढ़ा। विशेषज्ञों का कहना है कि 16-17 सितंबर की बैठक में फेड ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती कर सकता है, जिससे सोने की मांग और बढ़ रही है।
#2
भू-राजनीतिक अनिश्चितताएं
भू-राजनीतिक तनाव और व्यापारिक चुनौतियां भी सोने की कीमतों को मजबूती दे रही हैं। केंद्रीय बैंकों की लगातार सोने की खरीदारी इस रुझान को और बल देती है। पिछले 3 वर्षों से हर साल 1,000 टन से ज्यादा सोना खरीदा गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह सिर्फ अवसरवादी खरीदारी नहीं है, बल्कि वैश्विक भंडार का रणनीतिक पुनर्गठन है। नतीजतन, 2025 की पहली तिमाही में सोने का वैश्विक हिस्सा तीन दशक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।
#3
डॉलर पर दबाव और निवेश रणनीति
कमजोर अमेरिकी डॉलर और केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी ने सोने की कीमतों को सहारा दिया है। गोल्डमैन सैक्स ने अनुमान लगाया है कि सोना 2026 तक 5,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह सही समय है, लेकिन अल्पकालिक निवेशक सावधानी बरतें। नियमित और छोटी मात्रा में सोने की खरीदारी से जोखिम कम किया जा सकता है। गोल्ड ETF भी निवेश का बेहतर विकल्प माना जा रहा है।