 
                                                                                गोल्ड या पर्सनल? जानिए कब कौन-सा लोन होता है सही विकल्प
क्या है खबर?
आपात स्थिति में लोग अक्सर गोल्ड लोन या पर्सनल लोन में से किसी एक को चुनते हैं। गोल्ड लोन आपके गहनों को गिरवी रखकर मिलता है, जबकि पर्सनल लोन बिना किसी गारंटी के दिया जाता है। दोनों लोन के अपने फायदे और सीमाएं हैं। सही चुनाव इस बात पर निर्भर करता है कि आपको कितनी जल्दी पैसे की जरूरत है, कितनी राशि चाहिए और आपकी चुकाने की क्षमता कितनी है।
#1
जल्दी पैसे चाहिए तो गोल्ड लोन है बेहतर
अगर आपको तुरंत पैसे चाहिए और आपके पास सोना मौजूद है, तो गोल्ड लोन सबसे तेज विकल्प है। इसके लिए सिर्फ सोने का मूल्यांकन और KYC जरूरी होता है, जिसके बाद कई बार उसी दिन पैसा मिल जाता है। इसकी ब्याज दर भी पर्सनल लोन से कम होती है और दस्तावेजी प्रक्रिया बेहद आसान होती है। हालांकि, ध्यान रहे कि अगर आप भुगतान नहीं करते हैं, तो आपके आभूषण नीलाम किए जा सकते हैं।
#2
लंबी अवधि के लिए पर्सनल लोन सुविधाजनक
अगर आपको बड़ी रकम चाहिए या लंबी अवधि में भुगतान करना है, तो पर्सनल लोन अधिक सुविधाजनक रहता है। इसमें किसी संपत्ति को गिरवी नहीं रखना पड़ता, लेकिन ब्याज दर अपेक्षाकृत अधिक होती है। यह लोन उन लोगों के लिए बेहतर है जिनका क्रेडिट स्कोर अच्छा है और जिनकी आय स्थिर है। पर्सनल लोन लंबे समय में निश्चित EMI के साथ बजट प्रबंधन को आसान बनाता है और आर्थिक योजना को संतुलित बनाए रखता है।
#3
लोन चुनने से पहले इन बातों पर ध्यान दें
किसी भी लोन को लेने से पहले ब्याज दर, प्रोसेसिंग शुल्क, पूर्व भुगतान के नियम और कुल लागत की तुलना करना जरूरी है। गोल्ड लोन जल्दी निपटाने वालों के लिए सस्ता पड़ता है, जबकि पर्सनल लोन लंबी अवधि के लिए बेहतर विकल्प है। अगर आपके पास सोना है और जल्दी चुकाने की योजना है, तो गोल्ड लोन लें। हालांकि, संपत्ति गिरवी न रखना चाहते हैं, तो पर्सनल लोन सही रहेगा।