फ्लिपकार्ट को मुख्यालय भारत में स्थानांतरित करने की मिली मंजूरी, जल्द ला रही IPO
क्या है खबर?
वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट को राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) से अपनी होल्डिंग कंपनी का मुख्यालय सिंगापुर से वापस भारत में स्थानांतरित करने की मंजूरी मिल गई है। सूत्रों के अनुसार, यह मंजूरी संभावित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) की तैयारियों में एक महत्वपूर्ण कदम है। कंपनी की ओर से इस साल की शुरुआत में खुलासा किया गया था कि वह अपने कानूनी बेस को भारत में स्थानांतरित करने की दिशा में काम कर रही है।
प्रक्रिया
अब केंद्र सरकार से लेनी होगी मंजूरी
NCLT की मंजूरी मिलने के बाद फ्लिपकार्ट रिवर्स फ्लिप को पूरा करने के लिए आवश्यक शेष कानूनी और नियामक चरणों के साथ आगे बढ़ सकता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें विदेशी होल्डिंग यूनिट के स्वामित्व को एक भारतीय यूनिट को हस्तांतरित करना और समूह संरचना को स्थानीय स्तर पर समेकित करना शामिल है। इसके अलावा कंपनी को केंद्र सरकार से औपचारिक मंजूरी लेनी होगी, क्योंकि चीनी निवेशक टेनसेंट की इसमें लगभग 5-6 फीसदी हिस्सेदारी है।
कारण
इस कारण सिंगापुर में शिफ्ट किया था मुख्यालय
फ्लिपकार्ट ने 2011 में अपना मुख्यालय सिंगापुर में स्थानांतरित कर दिया था, जो उस समय भारतीय स्टार्टअप्स के बीच वैश्विक पूंजी जुटाने और नियामकीय निश्चितता से लाभ उठाने के लिए एक आम व्यवस्था थी। भारतीय पूंजी बाजारों में बढ़ती मजबूती और घरेलू लिस्टिंग को बढ़ावा देने के कारण कई बड़े स्टार्टअप्स ने अपना यह निर्णय बदल दिया है। अन्य स्टार्टअप्स की तुलना में फ्लिपकार्ट का भारत में वापस आना काफी जटिल है, क्योंकि इसमें कई हिस्सेदार हैं।