
क्रिप्टो धोखाधड़ी मामले में डो क्वोन दोषी करार, इतनी हो सकती है सजा
क्या है खबर?
दक्षिण कोरिया के पूर्व तकनीकी कार्यकारी और टेराफॉर्म लैब्स के प्रमुख डो क्वोन अमेरिका में धोखाधड़ी के 2 मामलों में दोषी करार दिए गए हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने 2022 में क्रिप्टोकरेंसी टेरा USD और लूना के पतन में अहम भूमिका निभाई, जिससे निवेशकों को 40 अरब डॉलर (लगभग 3,500 अरब रुपये) से अधिक का नुकसान हुआ। याचिका समझौते के तहत, अभियोजकों ने 12 साल से अधिक की सजा की मांग न करने पर सहमति दी है।
परिचय
कौन हैं डो क्वोन?
डो क्वोन सिंगापुर स्थित टेराफॉर्म लैब्स के प्रमुख थे, जो टेरा USD और लूना नाम की क्रिप्टोकरेंसी चलाती थी। इन दोनों डिजिटल मुद्राओं के 2022 में क्रैश होने से क्रिप्टो बाजार में भारी गिरावट आई। गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद वे दक्षिण कोरिया भाग गए और बाद में मोंटेनेग्रो में गिरफ्तार हुए, जहां से उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया। न्यूयॉर्क की एक अदालत में लंबे कानूनी संघर्ष के बाद उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की।
आरोप
अमेरिकी अभियोजकों के आरोप
अभियोजकों का कहना है कि क्वोन ने टेरा USD की स्थिरता के बारे में झूठे दावे किए और 2021 में एक ट्रेडिंग फर्म से गुप्त रूप से टोकन खरीदने की व्यवस्था की। उन्होंने निवेशकों को बताया कि यह प्रक्रिया एक कंप्यूटर एल्गोरिथ्म द्वारा संचालित थी, जबकि वास्तविकता अलग थी। इन गलत बयानों से निवेशकों ने भारी निवेश किया, जिससे लूना टोकन के मूल्य में कृत्रिम बढ़ोतरी हुई। अगले वर्ष दोनों मुद्राएं धराशायी हो गईं।
सजा
सजा और अन्य दंड
डो क्वोन को 1.93 करोड़ डॉलर (लगभग 170 करोड़ रुपये), ब्याज और कई संपत्तियां जब्त करनी होंगी, साथ ही मुआवजा भी देना होगा। मूल अभियोग में उन्हें दोषी पाए जाने पर 135 साल की जेल हो सकती थी, लेकिन याचिका समझौते से अभियोजक 12 साल तक की सजा की मांग करेंगे। हालांकि, न्यायाधीश को 25 साल तक की सजा देने का अधिकार है। उनके वकील के अनुसार, क्वोन पर दक्षिण कोरिया में भी मामले लंबित हैं।