TRAI की दखल के बावजूद नहीं कम हुई टेलीमार्केटिंग कॉल्स की समस्या
क्या है खबर?
टेलीमार्केटिंग कॉल्स से मोबाइल फोन यूजर्स की समस्या भारत में बढ़ती जा रही है। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) जैसे विनियामकों के हस्तक्षेप के बावजूद इसमें कोई कमी नहीं आ रही।
लोकलसर्कल्स द्वारा किए गए एक नए सर्वे के अनुसार, 95 प्रतिशत मोबाइल फोन यूजर्स को अब हर रोज ऐसे अनजान और परेशान करने वाले कॉल प्राप्त होते हैं। यह 6 महीने पहले 90 प्रतिशत से चिंताजनक वृद्धि दर्शाता है।
सर्वे
सर्वे में क्या पता चला?
सर्वे में शामिल 77 प्रतिशत लोगों ने बताया कि उन्हें प्रतिदिन 3 या उससे अधिक ऐसे कॉल प्राप्त होते हैं।
कई यूजर्स ने ऐसे कॉल्स से बचने के लिए डू-नॉट-डिस्टर्ब (DND) सूची बनाई, लेकिन इसके बावजूद 96 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें अभी भी ऐसे कॉल आते हैं।
अधिकांश कॉल वित्तीय सेवाओं और रियल एस्टेट क्षेत्रों से आती हैं। लगभग 88 प्रतिशत लोगों इन्हीं सेक्टरों की कॉल के सोर्स के रूप में पहचाना।
सुझाव
TRAI का सुझाव
ट्राई ने टेलिकॉम कंपनियों को सुझाव दिया है कि प्रतिदिन 50 से अधिक कॉल करने वाले या 50 SMS भेजने वाले दूरसंचार ग्राहकों की संभावित मार्केटिंग कॉलर्स के रूप में निगरानी की जानी चाहिए।
इसके साथ ही TRAI ने दूरसंचार ऑपरेटरों को स्पैम कॉल के लिए बल्क कनेक्शन का दुरुपयोग करने वाले व्यवसायों की सेवाओं को डिस्कनेक्ट करने का भी निर्देश दिया गया है। कंपनियां अक्टूबर में इसको लेकर बड़ा फैसला ले सकती हैं।