
केंद्र सरकार कई सामानों पर GST दर में कटौती के प्रभाव की कर रही निगरानी
क्या है खबर?
केंद्र सरकार द्वारा संशोधित GST दरें 22 सितंबर से लागू हो गई हैं। अब सरकार यह समीक्षा कर रही है कि संशोधित GST दरों का लाभ ग्राहकों तक पहुंचे। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि वे क्षेत्रीय स्तर पर जानकारी एकत्रित कर रहे हैं और 28 सितंबर तक रिपोर्ट का इंतजार करेंगे। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कर कटौती का लाभ उपभोक्ताओं को कम कीमतों के रूप में मिले, न कि कंपनियों द्वारा अपने मुनाफे में समाहित किया जाए।
उत्पाद
50 से अधिक उत्पादों की समीक्षा
सरकार विभिन्न श्रेणियों के 50 से ज्यादा उत्पादों की कीमतों की समीक्षा कर रही है। इस प्रक्रिया के तहत पूरे भारत में क्षेत्रीय स्तर पर डाटा इकट्ठा किया जा रहा है। बड़ी कंपनियां जैसे सीमेंट और ऑटोमोबाइल निर्माता इस बदलाव का नेतृत्व कर रही हैं। इसके बाद छोटे व्यवसाय इसका अनुसरण करेंगे। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी निगरानी की जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऑनलाइन बिक्री में भी कर कटौती का लाभ ग्राहकों तक पहुंचे।
विक्रेता
पुराने स्टॉक और अपंजीकृत विक्रेता
कुछ उच्च-स्तरीय ब्रांड पहले से ही नए स्टॉक में कर कटौती का लाभ दे रहे हैं। हालांकि, पुराने स्टॉक और अपंजीकृत खुदरा विक्रेताओं पर यह बदलाव तुरंत दिखाई नहीं देगा। इन विक्रेताओं के पास पुराने स्टॉक होने के कारण वे तुरंत नई दरों का लाभ ग्राहकों तक नहीं पहुंचा पाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि अंततः पूरी मूल्य श्रृंखला में लाभ दिखाई देगा, लेकिन इसमें अभी समय लग सकता है।
योजना
उलटा शुल्क और धनवापसी योजना
अधिकारियों ने बताया कि उलटे शुल्क की समस्या बनी हुई है। इसमें कच्चे माल पर लगने वाला कर तैयार माल पर लगने वाले कर से ज्यादा होता है। इस कारण कंपनियों को अपने पैसे का पूरा क्रेडिट नहीं मिल पाता। सरकार इस परेशानी को दूर करने के लिए ऑटोमैटिक रिफंड की योजना बना रही है। त्योहारों के समय GST दरों में की गई कटौती का असर और साफ दिखेगा। कार्रवाई तभी होगी जब पूरी रिपोर्ट और पक्के सबूत मिल जाएंगे।