AI कोडिंग टूल कंपनी कर्सर ने जुटाया 200 अरब रुपये से अधिक का निवेश
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कोडिंग टूल बनाने वाली कंपनी कर्सर लगातार बड़ी फंडिंग जुटा रही है। कंपनी ने गुरुवार को 2.3 अरब डॉलर (लगभग 205 अरब रुपये) की नई फंडिंग की घोषणा की, जिससे इसका मूल्यांकन बढ़कर 29.3 अरब डॉलर (लगभग 2,600 अरब रुपये) हो गया। यह आंकड़ा कंपनी के जून में हुए 9.9 अरब डॉलर के मूल्यांकन से दोगुने से भी ज्यादा है। तेजी से बढ़ती फंडिंग कर्सर की बाजार में मजबूत स्थिति को दिखाती है।
निवेशक
इस फंडिंग में किन कंपनियों ने निवेश किया
कर्सर की इस नई फंडिंग राउंड का नेतृत्व मौजूदा निवेशक एक्सेल और नए निवेशक कोट्यू ने मिलकर किया, जिससे कंपनी पर निवेशकों का भरोसा और बढ़ा। इसके साथ ही, एनवीडिया और गूगल जैसे बड़े रणनीतिक निवेशक भी शामिल हुए। थ्राइव कैपिटल, जिसने पिछले 2 राउंड का नेतृत्व किया था, इस राउंड में भी निवेशक के रूप में मौजूद रहा। इन सभी निवेशों ने कर्सर को तेजी से विस्तार और तकनीकी मजबूती का मजबूत आधार और दिशा दी है।
उपयोग
निवेश का उपयोग कैसे करेगी कंपनी?
कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) माइकल ट्रूएल ने बताया कि इस निवेश का बड़ा हिस्सा कंपोजर नामक AI मॉडल को और विकसित करने में लगाया जाएगा, ताकि इसका प्रदर्शन पहले से अधिक मजबूत हो सके। कर्सर अभी गूगल, OpenAI और एंथ्रोपिक के बाहरी मॉडल पर निर्भर है, लेकिन भविष्य में कंपोजर से इस निर्भरता को कम करने की योजना है। इससे कंपनी को अपने प्लेटफॉर्म को ज्यादा तेज, बेहतर और भरोसेमंद बनाने में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी।
भविष्य
कर्सर के लिए आगे कैसा रहेगा समय?
AI कोडिंग टूल्स का बाजार तेजी से प्रतिस्पर्धी हो रहा है, जहां OpenAI और एंथ्रोपिक जैसी कंपनियां अपने उत्पादों में लगातार सुधार कर रही हैं और नई सुविधाएं जोड़ रही हैं, ताकि डेवलपर्स को बेहतर अनुभव मिल सके। ऐसे में कर्सर के लिए आने वाला साल बेहद महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि कंपनी मजबूत विकास दिखा रही है। नए निवेश से उसे अपनी तकनीक को और आगे बढ़ाने में अतिरिक्त ताकत और स्थिरता मिलेगी, जिससे प्रतिस्पर्धा में आगे रहने की संभावना बढ़ेगी।