कावासाकी और यामाहा ने मिलाया हाथ, दोपहिया वाहनों के लिए बनाएगी हाइड्रोजन इंजन
क्या है खबर?
दुनियाभर में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की बढ़ती मांग के बीच कावासाकी और यामाहा ने साथ मिलकर दोपहिया वाहनों के लिए हाइड्रोजन इंजन बनाने का फैसला लिया है।
नए हाइड्रोजन को इलेक्ट्रिक पावरट्रेन के विकल्प के रूप में देखा जाता है, जो जीरो उत्सर्जन वाले मोटरसाइकिलों को समर्थन करता है। इसलिए इस साझेदारी को हाइड्रोजन इंजनों के विस्तार के रूप में भी देखा जा रहा है।
आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
समझौता
पांच कंपनियां समझौते में होंगी शामिल
नेट जीरो उत्सर्जन स्तर को प्राप्त करने के लिए कावासाकी हेवी इंडस्ट्रीज, यामाहा मोटर कंपनी के अलावा सुबारू कॉर्पोरेशन, टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन और माजदा मोटर कॉर्पोरेशन ने भी यह समझौता किया है।
इसके तहत कावासाकी हेवी इंडस्ट्रीज 2010 से पूरी आपूर्ति श्रृंखला को बिजली देने की ऊर्जा स्रोत के रूप में हाइड्रोजन विकसित कर रही है।
दूसरी तरफ यामाहा भविष्य में अपने टू-व्हीलर मॉडल्स के संभावित उपयोग के लिए हाइड्रोजन से चलने वाले इंजन विकसित करेगी।
लक्ष्य
2050 तक नेट जीरो उत्सर्जन प्राप्त करने का है लक्ष्य
इस समझौते के तहत यामाहा का 2050 तक पूरी तरह से नेट जीरो उत्सर्जन को प्राप्त करने का लक्ष्य है।
इसके लिए कंपनी अपने दोपहिया वाहनों में संभावित उपयोग के लिए हाइड्रोजन इंजन तकनीक भी विकसित कर रही है।
इसके अलावा उम्मीद है कि सुजुकी और होंडा भी इस समझौते में शामिल हो सकती हैं और वैकल्पिक ईंधन और नेट जीरो उत्सर्जन के स्तर को हासिल करने के समाधान को तलाश सकती हैं।
जानकारी
Z400RS हो सकती है कावासाकी की पहली हाइड्रोजन बाइक
अपनी पहली हाइब्रिड-इंजन वाली मोटरसाइकिल विकसित करते हुए कावासाकी ने Z400RS नामक की रेट्रो-थीम वाली मोटरसाइकिल लॉन्च करने की योजना बनाई है।
दोपहिया निर्माता का कहना है कि इस बाइक के लिए नई Z400RS, Z650RS और Z900RS के डिजाइन का उपयोग किया जाएगा।
इस आधुनिक क्लासिक बाइक को बनाने का एक और कारण ग्राहकों में इसकी लोकप्रियता और अधिक मांग है। इसके अलावा हाल ही में कंपनी ने भारत में स्पोर्ट्स बाइक निंजा 1000SX को लॉन्च किया है।
न्यूजबाइट्स प्लस
कावासाकी के पास है दुनिया के पहली लिक्विड हाइड्रोजन कैरियर
कावासाकी लंबे समय से हाइड्रोजन को वैकल्पिक ईंधन के रूप में देख रही है।
कंपनी के पास ऐसी तकनीक है जो कंबनशन इंजनों में ऑस्ट्रेलियाई कोयले से बने हाइड्रोजन का उपयोग करती है।
इसके अतिरिक्त कावासाकी हेवी इंडस्ट्रीज के पास दुनिया के पहली लिक्विड हाइड्रोजन कैरियर भी है, जिसे 'द सुइसो फ्रंटियर' कहा जाता है।
मोटरसाइकिलों के अलावा कावासाकी हेवी ड्यूटी व्हीकल, हाइड्रोजन संचालित इंजन और हाइड्रोजन से चलने वाले टरबाइन जनरेटर बनाने का प्रयास भी कर रही है।