
सेकंड-हैंड लक्जरी कार खरीदते समय किन बातों का रखें ध्यान?
क्या है खबर?
आजकल लोग कम कीमत में आराम और स्टेटस पाने के लिए सेकंड-हैंड लक्जरी कारें खरीदना पसंद करते हैं। नई गाड़ियों की तुलना में ये काफी सस्ती पड़ती हैं, लेकिन इनके साथ कुछ चुनौतियां भी जुड़ी होती हैं। अगर सही तरह से जांच-पड़ताल किए बिना कार खरीद ली जाए तो बाद में परेशानी हो सकती है। ऐसे में सेकंड-हैंड लक्जरी कार खरीदते समय कुछ खास सावधानियां बरतना बहुत जरूरी होता है।
#1
सर्विस हिस्ट्री और दस्तावेजों की जांच
लक्जरी कार खरीदते समय सबसे पहले उसकी सर्विस हिस्ट्री और दस्तावेजों को अच्छे से जांचना चाहिए। कार की रजिस्ट्रेशन, इंश्योरेंस और टैक्स से जुड़े सभी कागज साफ-सुथरे, असली और अपडेटेड होने चाहिए। इसके साथ ही कार कितनी बार सर्विस हुई है और क्या उसमें कोई बड़ी खराबी ठीक कराई गई है, ये देखना भी बेहद जरूरी है। अधूरे या गलत कागज भविष्य में गम्भीर और बड़ी कानूनी परेशानी खड़ी कर सकते हैं।
#2
टेस्ट ड्राइव और तकनीकी जांच
सेकंड-हैंड लक्जरी कार सिर्फ देखने में ही अच्छी लगे, यह काफी नहीं है। कार खरीदने से पहले हमेशा टेस्ट ड्राइव करनी चाहिए। ड्राइव के दौरान इंजन की आवाज, ब्रेक की पकड़ और स्टीयरिंग की स्थिति पर खास ध्यान दें। साथ ही, किसी भरोसेमंद और अनुभवी मैकेनिक से कार की पूरी गहराई से जांच करवाना भी बेहद जरूरी है। इससे जल्दी पता चलेगा कि कार में कोई छिपी गंभीर खराबी तो नहीं है।
#3
बजट और मेंटेनेंस पर ध्यान
लक्जरी कार का खर्च केवल खरीद तक सीमित नहीं होता, बल्कि उसका मेंटेनेंस भी महंगा पड़ता है। ऐसे में कार खरीदने से पहले अपने कुल बजट को अच्छे से तय कर लें। यह भी देखें कि उसके असली स्पेयर पार्ट्स आसानी से उपलब्ध हैं या नहीं। अगर भविष्य में कार के रिपेयर और नियमित मेंटेनेंस का खर्च आप वहन कर पाएंगे तभी खरीदें, वरना यह सौदा आपके लिए बहुत भारी साबित हो सकता है।