कार का माइलेज अचानक गिर जाए तो क्या करना चाहिए जांच?
क्या है खबर?
कई बार कार सही चल रही होती है, लेकिन अचानक माइलेज कम होने लगता है, जिससे ड्राइविंग खर्च बढ़ जाता है और परेशानी भी बढ़ती है। यह कार के किसी हिस्से में होने वाली छोटी या बड़ी गड़बड़ी का संकेत हो सकता है, जो समय रहते ध्यान न देने पर बढ़ सकती है। माइलेज गिरने के कई कारण (फ्यूल सिस्टम, इंजन, टायर या ड्राइविंग पैटर्न) तक होते हैं। इसलिए वजह समझकर जल्दी ठीक करवाना बेहद जरूरी माना जाता है।
#1
एयर फिल्टर और स्पार्क प्लग की स्थिति जरूर जांचें
एयर फिल्टर जाम होने पर इंजन को साफ हवा नहीं मिलती, जिससे फ्यूल ज्यादा जलता है और माइलेज तुरंत गिर जाता है, खासकर लंबी ड्राइव में। इसी तरह खराब या घिसा हुआ स्पार्क प्लग फ्यूल को पूरी तरह नहीं जलाता और कार जरूरत से ज्यादा पेट्रोल या डीजल खर्च करने लगती है, जो जेब पर असर डालता है। इन्हें साफ करवाना या बदलवाना सरल समाधान है, जिससे माइलेज में तुरंत सुधार देखने को मिलता है।
#2
टायर प्रेशर कम होना भी घटा देता है माइलेज
अगर टायर का प्रेशर कम है तो कार का रोलिंग रेजिस्टेंस काफी बढ़ जाता है, जिससे इंजन को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और फ्यूल तेजी से खत्म होता है। ऐसे में माइलेज अचानक कम महसूस होता है और कार भारी लगने लगती है। इसलिए महीने में 2 बार टायर प्रेशर जरूर चेक करें और कंपनी के बताए लेवल के अनुसार ही हवा भरवाएं। सही प्रेशर माइलेज बेहतर करता है और टायर की लाइफ को लंबे समय तक बढ़ाता है।
#3
इंजन ऑयल, फ्यूल इंजेक्टर और ड्राइविंग स्टाइल पर भी दें ध्यान
पुराना या गलत ग्रेड का इंजन ऑयल इंजन को भारी कर देता है, जिससे पिकअप और माइलेज दोनों कम हो जाते हैं। गंदे फ्यूल इंजेक्टर फ्यूल को सही मात्रा में नहीं पहुंचा पाते, जिससे कार जरूरत से ज्यादा खपत करने लगती है। इन्हें सर्विस पर साफ करवाने से फर्क तुरंत दिखता है। अचानक तेज एक्सेलरेशन, आधा क्लच दबाकर चलाना और ओवरस्पीडिंग भी माइलेज तेजी से गिरा देती हैं, इसलिए स्मूथ ड्राइविंग सबसे बेहतर तरीका माना जाता है।