
पहाड़ी इलाकों में ड्राइविंग करते समय क्या सावधानियां बरतनी है बहुत जरूरी?
क्या है खबर?
पहाड़ी इलाकों में ड्राइविंग करना सामान्य सड़कों से कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण होता है। यहां सड़कें संकरी, घुमावदार और ऊंचाई वाली होती हैं। ऐसे में जरा सी लापरवाही भी खतरा बढ़ा सकती है। इसलिए सुरक्षित सफर के लिए ड्राइवर को हमेशा सतर्क रहना चाहिए। इस तरह की ड्राइविंग में कार या बाइक पर पूरा नियंत्रण और सही सावधानियां सबसे जरूरी होती हैं, ताकि यात्रा बिना किसी परेशानी के पूरी हो सके।
#1
स्पीड और गियर का सही इस्तेमाल
पहाड़ी रास्तों पर सबसे जरूरी है गाड़ी की स्पीड पर नियंत्रण रखना। तेज गति से चलने पर मोड़ों पर हादसे का खतरा बढ़ जाता है। ड्राइवर को चाहिए कि वह हमेशा लोअर गियर का इस्तेमाल करे, जिससे गाड़ी पर पकड़ बनी रहे। अचानक ब्रेक लगाने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे गाड़ी स्लिप कर सकती है। स्पीड जितनी नियंत्रित होगी, ड्राइविंग उतनी सुरक्षित होगी और सफर में आत्मविश्वास भी बना रहेगा।
#2
ओवरटेक से बचें और हॉर्न का इस्तेमाल करें
घुमावदार सड़कों पर सामने से आने वाला वाहन अक्सर दिखाई नहीं देता। ऐसे में ओवरटेक करने की कोशिश खतरनाक साबित हो सकती है। ड्राइवर को धैर्य रखते हुए सुरक्षित दूरी बनाकर चलना चाहिए। मोड़ों पर हॉर्न जरूर बजाना चाहिए, ताकि सामने से आने वाले वाहन को संकेत मिल सके। ओवरटेक केवल साफ और चौड़ी जगह पर ही करें। इस तरह सावधानी बरतने से सड़क हादसों की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है।
#3
मौसम और वाहन की जांच जरूरी
पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम अचानक बदल सकता है, इसलिए यात्रा से पहले मौसम की जानकारी लेना जरूरी है। बारिश या बर्फबारी के समय खास सतर्कता बरतें, क्योंकि सड़क फिसलन भरी हो जाती है। सफर शुरू करने से पहले ब्रेक, टायर, लाइट और फ्यूल की जांच कर लें। इसके साथ ही, गाड़ी में जरूरी सामान जैसे पानी, दवाई और टॉर्च जरूर रखें। इन छोटी-छोटी तैयारियों से सफर ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक बन जाता है।