कार में क्या होता है टॉर्क का मतलब?
क्या है खबर?
कार चलाते समय अक्सर लोग पावर और टॉर्क की बात करते हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों को समझ नहीं आता कि टॉर्क असल में होता क्या है। टॉर्क वह ताकत है जो कार को भारी वजन के साथ भी आसानी से चलने में मदद करती है। यह खासकर तब काम आता है जब कार चढ़ाई पर चढ़ रही हो या कम स्पीड पर ज्यादा जोर लगाना हो। इसे सरल भाषा में 'खींचने की ताकत' कहा जा सकता है।
मतलब
टॉर्क का मतलब क्या होता है?
टॉर्क इंजन द्वारा पैदा की गई वह ताकत है, जो कार के पहियों को घुमाने का काम करती है, जिसे न्यूटन-मीटर यानी Nm में मापा जाता है। किसी इंजन में जितना ज्यादा टॉर्क होगा, कार उतनी आसानी से भारी लोड संभाल पाएगी और कम स्पीड पर भी बिना मेहनत के चल सकेगी। यही वजह है कि बड़े इंजन वाली कारों में टॉर्क ज्यादा दिया जाता है ताकि कार का प्रदर्शन बेहतर बने।
फायदे
टॉर्क की खासियतें और फायदे
टॉर्क का सबसे बड़ा फायदा यह है कि कार कम गति में ही ज्यादा ताकत दे पाती है, जिससे चढ़ाई वाले रास्तों, ट्रैफिक भरे इलाकों या भारी वजन ले जाते समय कार आसानी से चलती रहती है। डीजल इंजन वाली कारों में टॉर्क ज्यादा होने के कारण वे तेजी से पकड़ बनाती हैं। टॉर्क कार की खींचने की क्षमता तय करता है और यह तय करता है कि कार कितनी सहजता से रफ्तार पकड़ पाएगी।
अन्य
टॉर्क से जुड़ी अन्य जरूरी बातें
टॉर्क सिर्फ ताकत नहीं, बल्कि ड्राइविंग अनुभव को भी प्रभावित करता है। कम टॉर्क वाली कारें भारी सामान के साथ जल्दी थक जाती हैं, जबकि ज्यादा टॉर्क वाली कारें बिना झटके के आगे बढ़ती रहती हैं। ऑफ-रोड कारें, SUV और बड़े वाहनों में टॉर्क का स्तर अधिक रखा जाता है, ताकि वे मुश्किल रास्तों पर भी आसानी से चल सकें। सही टॉर्क कार के प्रदर्शन और आराम दोनों को बेहतर बनाता है।