
कार पार्क करते समय नहीं रहेगा टकराने का डर, बड़े काम आता है यह फीचर
क्या है खबर?
तंग पार्किंग स्थल पर कार को रिवर्स लेना चालक के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होता है। इस दौरान पीछे छिपी हुई बाधाएं, पैदल यात्री और दूसरे वाहन हादसे का कारण बन सकते हैं। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए लेटेस्ट कारों में एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) तकनीक मिलती है, जो रियर क्रॉस ट्रैफिक अलर्ट (RCTA) की सुविधा प्रदान करती है। आइये जानते हैं कार में यह फीचर कैसे काम करता है और इसके क्या-क्या फायदे हैं।
RCTA
क्या है RCTA?
रियर क्रॉस ट्रैफिक अलर्ट को पार्किंग स्थल से बाहर निकलते समय आने वाले वाहनों के बारे में चालक को चेतावनी देने के लिए डिजाइन किया गया है। यह रियर व्यू कैमरा और पार्किंग सेंसर के साथ मिलकर काम करता है। यह उस क्षेत्र को स्कैन करता है, जो अक्सर अन्य खड़ी कारों के कारण साफ नजर नहीं आता है। सिस्टम साइड और रियरव्यू मिरर की सीमित दृश्यता वाले क्षेत्र में बहुत उपयोगी साबित होता है।
तरीका
ऐसे काम करता है यह सिस्टम
RCTA कई सेंसरों का उपयोग करता है। ब्लाइंड स्पॉट मॉनिटरिंग के लिए उपयोग होने वाला रियर बंपर में स्थित रडार या अल्ट्रासोनिक सेंसर इसमें भी काम करता है। जब चालक रिवर्स गियर लगाता है तो ये सेंसर वाहन के पीछे और बगल के क्षेत्र को स्कैन करना शुरू कर देते हैं। ये लगातार दोनों ओर से आ रही गतिशील वस्तुओं पर नजर रखते हैं। निकट आती वस्तु का पता चलते ही सिस्टम तुरंत चालक को चेतावनी जारी करता है।
फायदे
क्या हैं इस फीचर के फायदे?
यह फीचर ब्लाइंड स्पॉट से पीछे हटते समय दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करता है, जो छोटी-बड़ी दुर्घटनाओं का एक आम कारण है। सिस्टम जब आस-पास नजर रखता है तो तंग और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर कार चलाते समय चालक के आत्मविश्वास में उल्लेखनीय वृद्धि होती है। यह सिस्टम कार के पीछे आने वाले वाहनों के साथ-साथ अचानक से आए बच्चों या पैदल यात्रियों का पता लगाकर उन्हें दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाता है।