फॉक्सवैगन टिगुआन, T-रॉक और पसाट होंगी कंपनी की अंतिम ICE इंजन वाली कारें
क्या है खबर?
जर्मनी की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी फॉक्सवैगन इस समय कुछ नई इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर काम कर रही है।
कंपनी सालों में पूरी तरह इलेक्ट्रिक होने की योजना बना रही है और इस वजह से फॉक्सवैगन धीरे-धीरे अपनी तेल से चलने वाली गाड़ियां भी बंद करने वाली है।
खबर है कि फॉक्सवैगन द्वारा लॉन्च की जाने वाली टिगुआन, T-रॉक और पसाट कंपनी की अंतिम ICE (इंटरनल कंबस्टन इंजन) गाड़ी होंगी। यह जानकारी कंपनी के CEO थॉमस शेफर ने दी है।
#1
फॉक्सवैगन टिगुआन SUV
फॉक्सवैगन ने भारत में अपनी फॉक्सवैगन टिगुआन SUV की बिक्री करती है। जल्द ही इसे अपडेट मिलेगा।
कार के किनारों पर रूफ रेल्स, ब्लैक-आउट ऐरो कट डिजाइन, बॉडी क्लैडिंग और 18-इंच अलॉय व्हील्स मिलेंगे। टिगुआन में 2.0-लीटर का 4-सिलेंडर वाला दमदार TSI टर्बो-पेट्रोल इंजन दिया गया है जो 190hp की पावर जनरेट करने में सक्षम है।
इस गाड़ी में पैनोरमिक सनरूफ, फ्लैट-बॉटम स्टीयरिंग व्हील, एम्बिएंट लाइटिंग, थ्री-ज़ोन क्लाइमेट कंट्रोल और जेस्चर कंट्रोल के साथ 5-सीटर केबिन दिया गया है।
#2
फॉक्सवैगन T-रॉक
फॉक्सवैगन अपनी T-रॉक SUV को भी अपडेट करने वाली है। इसके बाद कंपनी इस गाड़ी को ICE वेरिएंट में नहीं बेचेगी।
रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी इस गाड़ी के इलेक्ट्रिक मॉडल पर काम कर रही है। यह एक 5-सीटर गाड़ी है और इसमें पेट्रोल इंजन मिलता है।
कंपनी इस गाड़ी की बिक्री भारतीय बाजार में भी करती है। इस गाड़ी के अपडेटेड मॉडल को साल के अंत तक लॉन्च किया जा सकता है।
#3
फॉक्सवैगन पसाट
फॉक्सवैगन पसाट SUV को वैगन बॉडी के साथ अपडेट करने वाली है। कंपनी इसे अगले साल लॉन्च करने वाली है।
इसमें 5-सीटर केबिन दिया गया है। इसमें एंड्रॉयड ऑटो और ऐपल कारप्ले को सपोर्ट करने वाला 10-इंच का इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है। साथ ही यह 1.5-लीटर पेट्रोल और 2.0-लीटर डीजल इंजन के विकल्प में आ सकती है।
जल्द ही कंपनी इस गाडो को भी इलेक्ट्रिक वेरिएंट में लॉन्च करने वाली है।
न्यूजबाइट्स प्लस
साथ काम कर रही महिंद्रा और फॉक्सवैगन
महिंद्रा और फॉक्सवैगन साथ मिलकर काम कर रही हैं। इस साझेदारी के तहत फॉक्सवैगन लगभग 10 लाख महिंद्रा की गाड़ियों के लिए इलेक्ट्रिक पार्ट्स प्रदान करेगी। महिंद्रा भी 2027 तक अपनी दो लाख इलेक्ट्रिक गाड़ियां बेचना चाहती है। वर्तमान में महिंद्रा की गाड़ियों की जबरदस्त मांग है।
हालांकि, उत्पादन में कमी के कारण अभी कंपनी की लाखों गाड़ियों की डिलीवरी भी रुकी हुई है। ऐसे में कंपनी इलेक्ट्रिक पार्ट्स को बनाने के बजाय उसे फॉक्सवैगन ग्रुप से खरीद रही है।