ये हैं दुनिया की अब तक बिकीं सबसे महंगी 5 कारें, कीमत देखकर उड़ जाएंगे होश
क्या है खबर?
ऑटोमोबाइल बाजार में एक से एक महंगी अल्ट्रा-लग्जरी कारें मौजूद हैं, लेकिन क्लासिक कारों की बात की कुछ और है, जो कीमत के मामले में भी भारी पड़ती हैं। क्लासिक कारें दुर्लभ होने के साथ विरासत और पुराने जमाने की यादों को ताजा करती हैं, जिन्हें खरीदने के लिए लोग पैसा पानी की तरह बहाने को तैयार हो जाते हैं। आज हम आपको नीलामी में बिकीं अब तक की सबसे महंगी 5 क्लासिक कारों के बारे में बता रहे हैं।
#1
मर्सिडीज-बेंज 300 SLR उहलेनहौट कूपे (1955)
लग्जरी कार निर्माता मर्सिडीज-बेंज का 1955 का मॉडल 300 SLR उहलेनहौट कूपे नीलामी में बिकी अब तक की सबसे महंगी कार है, जिसे 5 मई, 2022 को करीब 1,108 करोड़ रुपये में नीलाम किया गया था। W196 फॉर्मूला 1 रेसर पर आधारित इस गाड़ी के केवल 2 प्रोटोटाइप बनाए गए थे और नाम इसके मुख्य इंजीनियर रुडोल्फ उहलेनहौट के नाम पर रखा गया है। इसमें 3.0-लीटर, स्ट्रेट-सिक्स इंजन दिया, जो 288 किमी/घंटा तक की रफ्तार देने में सक्षम था।
#2
मर्सिडीज-बेंज W 196 R स्ट्रोमलिनियनवेगन (1954)
मर्सिडीज-बेंज की W 196 R स्ट्रोमलिनियनवेगन (स्ट्रीमलाइनर) खरीदारों के लिए उपलब्ध अपनी तरह की अनोखी कार थी। जुआन मैनुअल फैंगियो ने 1955 के ब्यूनस आयर्स ग्रैंड प्रिक्स में W 196 R को चलाकर जीत हासिल की थी, जबकि स्टर्लिंग मॉस ने 1955 के इटैलियन ग्रैंड प्रिक्स के दौरान सबसे तेज लैप रिकॉर्ड बनाया था। इसके बाद इसको 60 सालों तक इंडियानापोलिस मोटर स्पीडवे संग्रहालय में रखा गया। इसे इसी साल फरवरी में करीब 460 करोड़ रुपये में बेचा गया।
#3
फेरारी 250 GTO (3765LM) (1962)
यह फेरारी की नीलामी में बिकी अब तक की सबसे महंगी कार थी। यह 250 GTO का एकमात्र वर्जन है जिसे फॉर्मूला वन टीम स्कुडेरिया फेरारी ने ही चलाया है। इस 250 GTO का रेसिंग रिकॉर्ड भी सबसे प्रतिष्ठित है, जिसने 1962 के नूरबर्गरिंग 1,000 किलोमीटर में अपनी श्रेणी में जीत के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। इसने उसी वर्ष 24 आवर्स ऑफ ले मैंस में भी भाग लिया। यह नवंबर, 2023 में करीब 429 करोड़ रुपये में नीलाम हुई।
#4
फेरारी 250 GTO (3413GT) (1962)
फेरारी की 3413GT चेसिस वाली 250 GTO को 3765LM चेसिस वाले मॉडल से करीब 100 करोड़ रुपये अधिक में नीलाम हुई। ज्यादा कीमत मिलने का कारण है कि यह स्कैग्लिएटी द्वारा सीरीज-II बॉडीवर्क में अपग्रेड किए गए केवल 4 मॉडल्स में से एक है। F1 चैंपियन फिल हिल ने इस मॉडल से 1962 में इटालियन नेशनल GT चैम्पियनशिप के साथ-साथ 1963 और 1964 में टार्गा फ्लोरियो रेस भी जीती। यह अगस्त, 2018 में करीब 338 करोड़ रुपये में नीलामी हुई।
#5
फेरारी 250 LM (1964)
इतालवी लग्जरी स्पोर्ट्स कार निर्माता फेरारी की 250 LM मॉडल एकमात्र निजी कार है, जिसने 1965 में नॉर्थ अमेरिकन रेसिंग टीम के साथ मिलकर ले मैंस की 24 घंटे की रोमांचक रेस जीती थी। 1970 में यह मोटरस्पोर्ट से बाहर हो गई और इसके बाद 5 दशकों से अधिक समय तक इंडियानापोलिस मोटर स्पीडवे संग्रहालय में प्रदर्शित की गई। इस साल की शुरुआत में 5 फरवरी को इसे करीब 316 करोड़ रुपये में नीलाम किया गया।