टेस्ला पर सेल्फ-ड्राइविंग तकनीक का गलत प्रचार करने का आरोप, न्यायाधीश ने सुनाया यह फैसला
क्या है खबर?
एलन मस्क की टेस्ला की ऑटोपायलट और फुल सेल्फ-ड्राइविंग तकनीक एक बार फिर विवाद में पड़ गई है। कैलिफोर्निया के एक प्रशासनिक कानून न्यायाधीश ने फैसला सुनाया है कि कंपनी ने भ्रामक प्रचार किया, जिससे ऑटोपायलट और फुल सेल्फ-ड्राइविंग ड्राइवर (FSD) असिस्टेंस सॉफ्टवेयर की क्षमताओं के बारे में ग्राहकों में गलत धारणा बनी। मोटर वाहन विभाग (DMV) की मांग पर कंपनी के बिक्री और निर्माण लाइसेंस को 30 दिनों के लिए निलंबित करने का आदेश दिया।
राहत
विभाग देगा टेस्ला को सुधार का मौका
न्यायाधीश के आदेश लागू करने से पहले मोटर वाहन विभाग कंपनी को सुधार करने का मौका देना चाहती है। एजेंसी के निदेशक स्टीव गॉर्डन ने कहा कि नियामक बिक्र लाइसेंस निलंबित करने से पहले कंपनी को ऑटोपायलट और FSD के बारे में भ्रामक भाषा को सही करने या हटाने के लिए 90 दिन का समय देगा। साथ ही DMV निर्माण लाइसेंस को निलंबित करने के आदेश पर रोक लगाएगा, ताकि कंपनी के कारखाने के संचालन में कोई व्यवधान न आए।
मामला
क्या है मामला?
मोटर वाहन विभाग ने 2022 में टेस्ला के खिलाफ झूठे विज्ञापन के आरोप लगाए थे। उसने कहा था कि टेस्ला के ऑटोपायलट और फुल सेल्फ-ड्राइविंग मार्केटिंग से ऐसा लगता है कि कंपनी की कारें ऑटोनॉमस से चलने में सक्षम हैं, हालांकि उन्हें स्टीयरिंग व्हील पर एक सतर्क चालक की आवश्यकता होती है, जो किसी भी समय स्टीयरिंग या ब्रेक लगाने के लिए तैयार हो। तब से टेस्ला ने प्रीमियम ड्राइवर असिस्टेंस विकल्प का नाम बदलकर फुल सेल्फ-ड्राइविंग (सुपरवाइज्ड) कर दिया।