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प्रधानमंत्री मोदी ने मारुति E-विटारा को दिखाई हरी झंड़ी, बैटरी प्लांट का भी किया उद्घाटन 
प्रधानमंत्री मोदी ने मारुति E-विटारा को लॉन्च किया (तस्वीर: एक्स/@hanmust)

प्रधानमंत्री मोदी ने मारुति E-विटारा को दिखाई हरी झंड़ी, बैटरी प्लांट का भी किया उद्घाटन 

Aug 26, 2025
11:38 am

क्या है खबर?

मारुति सुजुकी ने E-विटारा का अहमदाबाद के हंसलपुर स्थित सुजुकी मोटर प्लांट में उत्पादन शुरू कर दिया है। प्लांट से निकली पहली गाड़ी को मंगलवार (26 अगस्त) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंड़ी दिखाई। यह पहला वैश्विक बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (BEV) इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सेगमेंट में कंपनी की शुरुआत का प्रतीक है। मारुति E-विटारा यूरोप और जापान सहित 100 से अधिक देशों में निर्यात की जाएगी। इसकी पहली यूनिट यूनाइटेड किंगडम (UK) के लिए भेजी जाएगी।

बैटरी प्लांट 

गुजरात में हाेगा बैटरियों का उत्पादन

प्रधानमंत्री मोदी ने सुजुकी, तोशिबा और डेंसो द्वारा गुजरात में बनाई गई लिथियम-आयन बैटरी निर्माण प्लांट का भी उद्घाटन किया, जो हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी का उत्पादन करेगा। यह प्लांट देश में हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन की शुरुआत का प्रतीक है। इसके साथ ही, बैटरी मूल्य श्रृंखला का 80 प्रतिशत से अधिक अब घरेलू स्तर पर निर्मित किया जाएगा, जिससे भारत का स्वच्छ ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र मजबूत होगा और आयात पर निर्भरता कम होगी।

ट्विटर पोस्ट

गुजरात में शुरू हुआ E-विटारा का उत्पादन 

उपलब्धि 

E-विटारा और बैटरी प्लांट को लेकर क्या बोले मोदी? 

परियोजनाओं के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "यह उद्घाटन भारत की आत्मनिर्भरता और हरित गतिशीलता की खोज में एक विशेष दिन है।" उन्होंने जोर दिया कि नई E-विटारा और बैटरी प्लांट मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के तहत गतिशीलता समाधानों के केंद्र के रूप में देश की भूमिका को और मजबूत करेगी। इस दौरान भारत में जापान के राजदूत केइची ओनो ने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और बैटरी प्रौद्योगिकियों को आगे बढ़ाने में भारत-जापान सहयोग की सराहना की।

प्रयास 

मोदी बोले- पहले किए प्रयास अब आ रहे काम 

प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत की सफलता की कहानी के बीज करीब 13 साल पहले बोए गए थे। 2012 में जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब मैंने मारुति सुज़ुकी को हंसलपुर में जमीन आवंटित की थी।" उन्होंने कहा कि उस समय भी विजन आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया था। तब के प्रयास आज देश के संकल्पों को पूरा करने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। दर्जनों देशों में जो EV चलेंगी, उस पर मेड इन इंडिया लिखा होगा।"