फिर शुरू हो रही है मर्सिडीज-बेंज की क्लासिक कार रैली, जानें क्यों है यह इतनी खास
क्या है खबर?
मर्सिडीज-बेंज क्लासिक कार रैली का आठवां संस्करण शुरू होने वाला है। यह रैली 5 दिसंबर को मुंबई के ताज लैंड्स एंड में होगी।
इसमें मर्सिडीज-बेंज SL, S-क्लास, E-क्लास और लगभग हर बॉडी स्टाइल के साथ C-क्लास मॉडल्स को शामिल किया जाएगा।
मर्सिडीज के दीवाने लोगों के लिए यह एक सुनहरा अवसर होगा, जहां ब्रांड के शुरुआती मॉडल से लेकर लेटेस्ट मॉडल्स को एक साथ देखा जा सकता है।
तो आइये इस रैली के बारे में विस्तार से जानते हैं।
खासियत
क्यों खास है यह रैली?
इस बार की रैली की खास बात है कि इसमें एडेनॉयर लिमोसिन जैसे दुर्लभ मॉडल होंगे, जिसके 170V रेंज, कुछ एस-क्लास कूपे और कैब्रियोलेट्स जैसे वेरिएंट्स पेश किए जाएंगे।
दूसरी तरफ इसमें लेटेस्ट क्लासिक्स मॉडल्स जैसे SLS गुलविंग, रोडस्टर और मेबैक 62 भी होंगे।
रैली में 80 और 90 के दशक के कुछ SL और S-क्लास मॉडल भी दिखाई देंगे।
आपको बता दें कि इसमें 50 से ज्यादा कारें भाग लेने वाली हैं।
जानकारी
देश के कई हिस्सों से आएंगे प्रतिभागी
2021 मर्सिडीज-बेंज क्लासिक कार रैली में देश के कई हिस्सों से लोग अपनी खास मर्सिडीज कारों के साथ शामिल होंगे।
इसमें नवानगर के जाम साहिब की 1955 300 एडेनॉयर, पुणे से अब्बास जसदानवाला की 300 एडेनॉयर लिमोसिन, गोवा से प्रदीप नाइक की V123 लिमोसिन और कोच्चि से अल्ताफ AM की W123 240D कारें होंगी।
इसके अलावा इसमें देश के कई और हिस्से से लोग अपनी मर्सिडीज कार के साथ शामिल होंगे।
बयान
दिखता है मर्सिडीज के लिए सम्मान- CEO
मर्सिडीज-बेंज इंडिया के MD और CEO मार्टिन श्वेंक ने कहा कि यह रैली भारत के सबसे बहुप्रतीक्षित मोटरिंग इवेंट में से एक के रूप में विकसित हुआ है, जिसमें देश में कुछ दुर्लभ मर्सिडीज-बेंज शामिल हैं।
उन्होंने आगे कहा, "जिस अपार गर्व और बेजोड़ उत्साह के साथ हमारे ग्राहक अपने मर्सिडीज को रैली में पेश करते हैं और उन्हें मुंबई की सड़कों पर ड्राइव करते हैं, इससे मर्सिडीज-बेंज के लिए उनका प्यार और सम्मान दिखता है।"
जानकारी
क्या इस इस रैली का इतिहास?
मर्सिडीज-बेंज क्लासिक कार रैली को पहली बार 2014 में ऑटोकार इंडिया द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें कुल 17 मर्सिडीज कारों ने भाग लिया था। समय के साथ यह रैली देश के प्रमुख क्लासिक कार इवेंट्स में से एक बन गयी है।
पिछले साल इस कार रैली में 40 विंटेज कारों ने हिस्सा लिया था और महाराष्ट्र के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बतौर मुख्य अतिथि इस आयोजन में भाग लिया था।