जल्द खरीद लें मारुति की कारें, जनवरी से बढ़ रहे हैं दाम
अगर आप भी मारुति की कार खरीदने की योजना बना रहे हैं तो इसी महीने खरीद लें, क्योंकि मारुति सुजुकी ने घोषणा की है कि उसकी कारें जनवरी, 2022 से महंगी हो जाएंगी। ऑटोमेकर ने बढ़ोतरी का जिम्मेदार एक साल से उत्पादन लागत में होने वाली लगातार वृद्धि को ठहराया है। हालांकि, मारुति ने कीमतों में बढ़ोतरी के बारे में अधिक जानकारी का खुलासा नहीं किया है, पर कहा है कि विभिन्न मॉडलों के लिए कीमतों में वृद्धि अलग-अलग होगी।
कंपनी ने कही यह बात
एक आधिकारिक बयान में मारुति सुजुकी ने कहा, "पिछले एक साल से विभिन्न इनपुट लागतों में इजाफे के कारण उसके वाहनों की लागत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।" मारुति सुजुकी ने आगे कहा कि इन कारणों की वजह से कंपनी के लिए कीमतों में बढ़ोतरी के जरिए इन बढ़े हुए लागतों का कुछ प्रभाव ग्राहकों पर डालना अनिवार्य हो गया है, ताकि लागत में हुई बढ़ोतरी की भरपाई की जा सके।
पहले भी बढ़े चुके हैं दाम
मारुति 2021 में अपनी कारों की कीमतों में पहले ही तीन बार बढ़ोतरी कर चुकी है। जनवरी में मारुति ने इनपुट लागत में वृद्धि का हवाला देते हुए कीमतों में 34,000 रुपये तक की बढ़ोतरी की थी, जबकि अप्रैल में दूसरी बढ़ोतरी के बाद कारों की कीमतों में लगभग 1.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। तीसरी बढ़ोतरी सितंबर में की गई थी। वहीं, कंपनी नए साल की शुरुआत कीमत बढ़ाने के साथ कर रही है।
क्या है बढ़ोतरी के कारण?
ऑटो इंडस्ट्री में पिछले कई महीनों से चिप और सेमीकंडक्टर की कमी बनी हुई है, जिसका असर उत्पादन में कमी और लागत में वृद्धि के तौर पर देखा जा सकता है। इसके साथ ही कच्चे माल की बढ़ती कीमतें, कंटेनरों की कमी और ज्यादा शिपिंग दरों के कारण भी ऑटो उद्योग प्रभावित हो रही है। इस वहज से ऑटोमेकरों को कार के उत्पादन में अधिक पैसे लग रहे हैं और इसका सीधा असर ग्राहकों की जेब पर पड़ रहा है।
बिक्री में गिरावट के रूप में दिखा असर
मारुति सुजुकी की पिछले साल नवंबर, 2020 में बेची गई गाड़ियों की तुलना में नवंबर, 2021 में 9.16 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। कंपनी ने नवंबर, 2021 में 1,39,184 यूनिट्स की बिक्री की थी, जबकि यह आंकड़ा पिछले साल इसी दौरान 1,53,223 यूनिट्स का था। हालांकि, निर्यात में कंपनी को मुनाफा हुआ है। पिछले नवंबर में कुल 9,004 यूनिट्स की निर्यात हुई थी, जो इस साल बढ़कर 21,393 यूनिट्स हो गई है।
मांग बढ़ाने के लिए मारुति बना रही फ्यूल एफिशिएंट कार
इनपुट लागतों की वजह से कीमतों में हुई वृद्धि और बिक्री में लगातार आ रही गिरावट को देखते हुए मारुति पेट्रोल सेगमेंट में ज्यादा फ्यूल एफिशिएंट कार बनाने पर ध्यान दे रही है। कंपनी के मुताबिक 2023 तक आते-आते डीजल से चलने वाली गाड़ियों की मांग बहुत कम रह जाएगी और 2023 में उत्सर्जन मानदंडों का नया चरण आएगा जिससे लागत बढ़ने की संभावना है, इसलिए कंपनी दूसरे विकल्पों की ओर ज्यादा ध्यान दे रही है।